चांदी के दाम 4 जून को 1,01,000 रुपए किलो के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गए हैं। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार इस साल अब तक चांदी के दाम 14,983 रुपए बढ़ चुके हैं। यानी चांदी इस साल अब तक 17% का रिटर्न दे चुकी है। केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि अभी जो जियो पॉलिटिकल टेंशन चल रहे हैं, आगे जाकर इनके कम होने के आसार हैं। इससे चांदी की इंडस्ट्रियल डिमांड बढ़ेगी। जिससे चांदी इस साल 1 लाख 30 हजार रुपए तक जा सकती है। ऐसे में अगर आप चांदी में निवेश करने का प्लान बना रहे हैं तो सिल्वर ETF सही ऑप्शन हो सकता है। सिल्वर ETF के जरिए आप शेयर की ही तरह चांदी में भी निवेश कर सकते हैं। इसमें आप बहुत कम यानी 100 रुपए के शुरुआत कर सकते हैं। यहां हम आज आपको सिल्वर ETF के बारे में बता रहे हैं… सिल्वर ETF क्या है?
सिल्वर ETF यानी सिल्वर एक्सचेंज ट्रेडेड फंड। इसे समझने के लिए बस इतना जान लो कि ये एक ऐसा फंड है, जो चांदी की कीमतों पर आधारित है। तुम इसमें पैसा लगाते हो, और ये पैसा चांदी की कीमत के हिसाब से बढ़ता-घटता है। लेकिन इसमें तुम्हें असली चांदी खरीदने की जरूरत नहीं। ना तिजोरी चाहिए, ना लॉकर। ये सब काम फंड हाउस करता है, और तुम बस स्टॉक एक्सचेंज (जैसे NSE या BSE) पर इसे डीमेट अकाउंट के जरिए खरीद-बेच सकते हो, जैसे कोई शेयर। ये काम कैसे करता है?
सिल्वर ETF का फंड हाउस असली चांदी को खरीदता है, जो 99.9% शुद्ध होती है। अब तुम जो ETF खरीदते हो, उसकी कीमत चांदी के बाजार भाव पर चलती है। अगर चांदी की कीमत बढ़ी, तो तुम्हारा ETF भी चमक उठता है। और इसे बेचना भी आसान, बस स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग टाइम में बेच दो। सिल्वर ETF में निवेश करने के हैं कई फायदे इसमें कुछ जोखिम भी हैं सिल्वर ETF चुनते वक्त ध्यान रखने वाली बातें डिस्क्लेमर: यह स्टोरी केवल जानकारी के लिए है। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले एक्सपर्ट्स से सलाह लें।
