खंडेला इलाके के कई वार्डों में पानी की समस्या बनी हुई है। आज यहां के लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे। इस दौरान महिलाएं अपने साथ पानी के खाली मटके लेकर आई। पानी की समस्या दूर करने की मांग को लेकर इन्होंने एडीएम रणजीत सिंह को ज्ञापन भी सौंपा। कनेक्शन लेने गए तो 10 साल का बिल थमाया खंडेला इलाके के एडवोकेट गोपीचंद गोदारा ने बताया कि जिले में पानी की कमी सबसे ज्यादा खंडेला में है। वहां जलदाय विभाग के कर्मचारी और अधिकारी भी सुनवाई नहीं करते हैं। यहां घाटेश्वर इलाके में वार्ड नंबर 1 और 2 में 10 साल पहले पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा पानी की पाइपलाइन उखाड़ ली गई। 2023 में वह पाइपलाइन डाली गई। इसके बाद जब हम कनेक्शन लेने के लिए गए तो वहां 10 साल का बिल थमा दिया। उसके बाद हमने एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया और अधिकारियों को अवगत भी करवाया। 10 दिन में आ रहा पानी इसके बाद अधिकारियों की तरफ से आश्वासन दिया गया कि गलती से बिल जनरेट हुए,इन्हें माफ कर देंगे। लेकिन अब बिल माफ करने से मना कर दिया है। इसके अलावा जल जीवन मिशन के तहत किसी इलाके में 6 इंच तो कहीं 18 इंच की पाइपलाइन डाली गई है। कई वार्ड ऐसे हैं जहां पर 10 दिन से पानी आता है। जो पानी आता है वह भी दोपहर में आता है। ऐसे में यदि कोई महिला नरेगा के काम में गई है तो वह तो पानी भर ही नहीं सकती। लोगों को 800 रुपए देकर टैंकर बुलाना पड़ रहा है। यदि 7 दिन में पेयजल सप्लाई सुचारू रूप से शुरू नहीं होती है। तो मजबूरन हमें बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा।