बिसलाई में करीब एक महीने पहले अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई के दौरान पकड़ी गई बजरी की 10 ट्रॉलियों का अब तक कोई मालिक सामने नहीं आया है। ऐसे में अब जब्तशुदा ट्रॉलियों को सरकारी संपत्ति घोषित करने की तैयारी शुरू कर दी है। खान विभाग सहायक खनिज अभियंता भंवरलाल लबाना ने बताया- जिले के बिसलाई में पार्वती नदी में अवैध खनन की शिकायत पर कार्रवाई की थी। इस दौरान अवैध बजरी लेकर जा रहे ट्रैक्टर ड्राइवर आनन-फानन में बजरी से भरी ट्रॉलियों को मौके पर छोड़कर फरार हो गए थे। इस दौरान पुलिस ने अवैध बजरी से भरी 10 ट्रॉलियां जब्त करने की कार्रवाई की थी। जिन पर कोई रजिस्ट्रेशन नंबर अंकित नहीं है, जिससे ट्रॉलियों के मालिक का नाम व पता ज्ञात नहीं हो सका। इन ट्रॉलियों को जब्त कर निकटतम पुलिस चौकी रामगढ़ के सुपुर्द किया था। सभी दस ट्रॉलियों के संबंध में किसी व्यक्ति ने अब तक कोई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए हैं। ऐसे में अब इन्हें सरकारी संपत्ति करने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए जनसूचना जारी की गई है। सूचना प्रकाशित होने की तिथि से 15 दिवस के भीतर उपस्थित होकर ट्रॉली मालिक की ओर से नियमानुसार मालिकाना हक संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत करने ओर पैनल्टी राशि जमा कराकर ट्रॉलियों को छुड़वा सकते हैं।
10 ट्रॉलियों को सरकारी संपत्ति घोषित करने की तैयारी:अवैध खनन के दौरान किया था जब्त, एक महीने बाद भी मालिक नहीं आया सामने
