उम्र छोटी है, पर सोच बड़ी यह पंक्ति डीग के 16 वर्षीय हर्ष शर्मा पर पूरी तरह सटीक बैठती है। हर्ष शर्मा ने पर्यावरण सेवा में ऐसा काम किया है, जो बड़े-बड़े अभियानों को पीछे छोड़ देता है। हर्ष ने अब तक 4000 पौधे लगाए हैं। 1000 परिंडे टांगे हैं, ताकि गर्मी में पक्षियों को पानी मिल सके। यह सब उन्होंने अपनी पॉकेट मनी से किया। हर्ष ने 30 छात्रों की टीम बनाई है। यह टीम पर्यावरण की रक्षा में जुटी है। पौधों की देखभाल करती है। परिंडों में रोज पानी भरती है। हर्ष का कहना है कि पेड़ लगाना ही काफी नहीं, उनकी देखभाल भी जरूरी है। हर्ष की सोच है कि हर छात्र को पर्यावरण के लिए कुछ करना चाहिए। वह स्कूल के बाद समय निकालकर पौधे लगाते हैं। लोगों को जागरूक करते हैं। पक्षियों के लिए दाना-पानी की व्यवस्था करते हैं। कम उम्र में हर्ष ने जो काम किया है, वह समाज के लिए मिसाल बन गया है। डीग के लोग अब उन्हें पर्यावरण प्रहरी कहने लगे हैं। जुनून ऐसा कि जहां भी खाली जमीन दिखी, वहां रोपे पौधे हर्ष ने घर से, स्कूल से, पार्कों और मंदिर परिसरों से शुरुआत की। जहां भी खाली जमीन दिखी, वहां पौधा रोप दिया। केले, नीम, आम, जामुन जैसे फलदार और छायादार पौधे लगाना उसका दैनिक कार्य बन गया। बीते 4 सालों में वह 4000 से अधिक पौधे लगा चुका है। इतना ही नहीं, पक्षियों के लिए 1000 से ज्यादा परिंडे भी पेड़ों पर टांगे हैं, ताकि उन्हें गर्मी और जल संकट में राहत मिल सके। बिना चंदा, बिना सहायता, पॉकेट मनी से पर्यावरण सेवा… सबसे खास बात यह है कि हर्ष ने इस नेक कार्य के लिए किसी से कोई चंदा नहीं लिया। वह अपने स्कूल खर्च से जो थोड़ी-बहुत पॉकेट मनी बचा पाता है, उसी से पौधे खरीदता है। शुरुआत में कई लोगों ने हौसला तोड़ने की कोशिश की, ताने मारे, मजाक उड़ाया—लेकिन हर्ष रुका नहीं। कई बार अकेले में रोया, फिर खुद को और मजबूत किया। उसका सपना है कि हर गली, हर मोहल्ला हरा-भरा हो। वह कहता है कि अगर हर बच्चा एक पौधा लगाए और उसकी देखभाल करें, तो देश में कभी ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी। यह सीख उसने जीवन भर के लिए अपना ली है।
1000 परिंडे लगा 16 वर्षीय हर्ष बना पर्यावरण प्रहरी:डीग के छात्र ने खुद की पॉकेट मनी से चलाया अभियान, 30 दोस्तों को जोड़कर चला रहे पर्यावरण बचाने की मुहिम
