कोटपूतली के कीरतपुरा की ढाणी बड़ीयाली में बोरवेल में गिरी 3 साल की चेतना को चौथे दिन गुरुवार को भी नहीं निकाला जा सका। चेतना को बोरवेल में गिरे 80 घंटे से अधिक हो चुके हैं। अब पाइलिंग मशीन से बोरवेल के समानांतर 20 फीट की दूरी पर 170 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया है। देर रात तक रैट माइनर्स को पाइप के जरिए गड्ढे में उतारने की तैयारी है। रैट माइनर्स गड्ढे के अंदर बोरवेल तक 20 फीट की सुरंग खोदेंगे, जिसके जरिए चेतना को बाहर निकाला जा सके। गड्ढे में मिट्टी ढह ना जाए इसके लिए खेतड़ी से केसिंग व दूदू से पाइप मंगवाए गए हैं। उपखंड अधिकारी ब्रजेश चौधरी ने बताया कि फिलहाल जी शेप हुक के जरिये बच्ची को बोरवेल में अटकाया गया है। कलेक्टर कल्पना अग्रवाल ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। पाइलिंग मशीन से लगातार खुदाई की गई है। नीचे पत्थर आने से काम में दिक्कत हुई। इसके बाद नई मशीन से पत्थर को काटा गया। खुदाई का काम लगभग पूरा हो चुका है। एनडीआरएफ की निगरानी में मैनुअल हॉरिजॉन्टल टनल बनाकर बच्ची को रेस्क्यू किया जाएगा। नीचे सुरंग बनाने की जगह तक जाने के लिए लोहे के पाइप का एक इंस्ट्रूमेंट तैयार किया गया है। जिसके निचले हिस्से को चार-पांच सरिए लगाकर जालीनुमा तरीके से बंद किया है। नीचे की तरफ ही साइड में पाइप को 3 फीट की चौड़ाई में काटा गया है, जिसके अंदर से बच्ची तक पहुंचने वाली सुरंग खोदी जाएगी।