एक युवक बचपन की जानकार युवती को शादी करने का झांसा देकर उसके साथ 15 साल तक लीव इन रिलेशनशिप में रहा। इस दौरान दो बच्चे भी पैदा हो गए, लेकिन युवक ने युवती के साथ शादी नहीं की। अब उसने शादी करने और युवती व दोनों बच्चों को अपने साथ रखने से मना कर दिया। इस संबंध में पीलीबंगा पुलिस थाना में युवती की रिपोर्ट के आधार पर धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी कैलाश चन्द्र ने बताया कि एक युवती ने लिखित रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि वह रामू पुत्र भादरराम धानक निवासी पंडितांवाली को बचपन से जानती है। जब उसकी उम्र करीब 15-16 वर्ष थी तब 20 वर्षीय रामू ने उसे कहा कि वह उससे प्यार करता है और उससे शादी करना चाहता है। वह कहीं और शादी नहीं करे। वे दोनों मिलकर शादी करेंगे और जीवन भर साथ रहेंगे। ऐसा कहते हुए रामू अक्सर उसके घर आकर उसके साथ शारीरिक संबंध स्थापित करने लगा व कहने लगा कि वह उसे अपना पति मान ले। कुछ समय बाद वे विधिवत् रूप से विवाह कर लेंगे। यह सारी बातें रामू ने उसके परिवार वालों को भी कही। उसने रामू को कई बार शादी करने व शादी संबंधी दस्तावेज तैयार करवाने को कहा, तो वह कहता कि वह फिक्र मत करे, वे उसे छोड़कर कहीं नहीं जाएगा। 2010 व 2011 में उसने दो लड़कों को जन्म दिया, लेकिन रामू ने न तो राशन कार्ड, आधार कार्ड में उसका पत्नी के रूप में नाम दर्ज करवाया न ही दोनों लड़कों का नाम दर्ज करवाया। करीब छह माह पूर्व रामू के भाई सुरेन्द्र की मौत हो गई। इसके बाद रामू उसके घर आने व बच्चों की सार-संभाल करने में आनाकानी करने लगा व कहने लगा कि उसके भाई की मौत हो चुकी है। अब वह अपने भाई सुरेन्द्र के बच्चों को संभालेगा व सुरेन्द्र की पत्नी के साथ शादी करेगा। वह उसके साथ शादी नहीं करेगा। आज से उसका उसके साथ व उसके बच्चों के साथ कोई रिश्ता नहीं है। उसने रामू की काफी मिन्नतें की व उसके परिवार वालों ने भी रामू को समझाया कि लेकिन रामू ने कहा कि उसका उनके साथ आज से कोई संबंध नहीं है। युवती ने आरोप लगाया कि रामू ने करीब 15 वर्ष से शादी करने का झांसा देकर उसका देहशोषण किया। अब रामू ने उसे साथ रखने व उसके साथ शादी करने व शादी संबंधी दस्तावेज बनाने से इन्कार कर दिया। पुलिस ने रिपोर्ट के आधार पर आरोपी रामू के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। तफ्तीश थाना प्रभारी कैलाश चन्द्र कर रहे हैं।