भीलवाड़ा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जिला एवं सेशन न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया । इस दौरान न्यायालय में आपसी राजनामें के माध्यम से कोर्ट में लंबित मामलों का निस्तारण किया गया। इस दौरान आयोजित हुई लोक अदालत में 12 हजार से अधिक राजनामें योग्य मामलों का समझाइश के माध्यम से निस्तारण करवाया जा रहा है। मामलों का निस्तारण करवाने के लिए लोक अदालत में करीब 24 टेबल लगाई गई है जहां पर मामलों का निस्तारण करवाया जा रहा है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव विशाल भार्गव संपूर्ण भारतवर्ष में लंबित प्रकरणों की संख्या न्यायालय में बढ़ रही है इन्हीं बढ़ती प्रकरणों की संख्या को कम करने के लिए साल में चार बार राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जाता है इसके तहत भीलवाड़ा में द्वितीय राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया जा रहा है। राजीनामे के 18 हजार प्रकरण है इनमें से 12 हजार प्रकरणों का राजीनाम कराने के लिए चिन्हित किया है। इसके लिए भीलवाड़ा में 24 बैंचे बनाई गई है। इन प्रकरणों में सिविल, पारिवारिक न्यायालय, एमएसिटी व बैंकों के प्रकरण शामिल है। लोक अदालत में बड़ी संख्या में पक्षकार पहुंचे है। हमें जो लक्ष्य मिला है उन्हें पूरा करेंगे। अदालत के जरिए एमएसिटी मामले में 90 लाख का अवार्ड पारित किया गया है। कई परिवारों को जुड़वाने की कार्रवाई भी की गई है। जनता के सहयोग से लोक अदालत को सफल बनाते हुए उनमें फिर से आपसी सहयोग कायम करना भी मुख्य उद्देश्य है। लोक अदालत में जो राजीनामे होते है उनमें कोर्ट फीस वापस लौटाने का प्रावधान है पक्षकारों के बीच अन्य जो मुकदमें होते है उनका पूर्ण निस्तारण होता है और फिर अपील नहीं की जा सकती है।