धुलंडी पर पैलेस ऑन व्हील्स शुक्रवार शाम को चित्तौड़गढ़ पहुंची। इस बार 5 देशों से सिर्फ 19 पैसेंजर ही आए थे। इस ट्रेन में 5 पैसेंजर नेशनल जियोग्राफिक की टीम थी। यह टीम अपने एजुकेशनल टूर पर थी। टीम ने दुर्ग पहुंचकर उसकी भौगोलिक स्थिति को जाना। विदेशी पर्यटकों को दुर्ग का भ्रमण करवाया गया। साथ ही, मेहमानों ने शाम को लाइट एंड साउंड को एंजॉय किया। इससे पहले सवाई माधोपुर में पर्यटकों ने खूब जमकर होली खेली। पर्यटकों ने होली के पर्व को खूब एंजॉय किया है। सभी मॉन्यूमेंट्स को निहारा शाही ट्रेन इंडिया सहित पांच देशों के 19 पर्यटकों के साथ चित्तौड़गढ़ पहुंची। पर्यटकों का पहले रेलवे स्टेशन के बाहर फोटो खिंचवा गए। जिसके बाद उन्हें लग्जरी बसों में दुर्ग ले जाया गया। पर्यटकों को कुम्भा महल, फतेह प्रकाश महल, मीरा मंदिर, विजय स्तंभ, कालिका मंदिर, गोमुख, पद्मिनी महल दिखाया गया। इसके बाद पर्यटकों ने देर शाम लाइट एंड साउंड का आनंद लिया। पर्यटकों के वापस आया शाही ट्रेन में लौटने के बाद यह रात के करीब 2 बजे रवाना होगी। इस ट्रिप में 7 USA, 4 इंडिया, 2 फ्रांस, 5 UK, 1 आयरलैंड से पर्यटक आए थे। ट्रिप में 5 सदस्यों की नेशनल ज्योग्राफिकल की टीम भी पहुंची थी। यह टीम अपने एजुकेशनल टूर पर थी। चित्तौड़गढ़ किले के आर्किटेक्चर को देख खुश हुए पर्यटक नेशनल जियोग्राफिक की टीम ने चित्तौड़गढ़ किले के आर्किटेक्चर को देखते हुए काफी खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा कि इससे पहले ऐसा आर्किटेक्चर देखने को नहीं मिला। उन्होंने किले के भौगोलिक स्थिति को जाना और अब इसकी एक डॉक्यूमेंट्री तैयार करेंगे। फिलहाल अब गर्मी पड़ चुकी है। ऐसे में शाही ट्रेन का फेरा भी बंद हो सकता है। इससे पहले सवाई माधोपुर में पर्यटकों ने खूब जमकर होली खेली। उनके लिए वहां विशेष इंतजाम किया गया था। उन्होंने वहां काफी एंजॉय किया। इनपुट – हरीश साहू, दुर्ग गाइड