सरकारी और निजी स्कूलों में कक्षा 6 से 10 तक में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के लिए सत्र 2024 -25 के लिए इंस्पायर अवार्ड के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आगामी 15 सितंबर तक विद्यार्थी ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए विद्यार्थियों को सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग केंद्र सरकार के वेबसाइट इंस्पायर अवार्ड मानक पर जाकर आवेदन करना होगा। आवेदन के लिए विद्यार्थी की आयु सीमा 10 से 15 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इससे कम या ज्यादा होने पर आवेदन निरस्त हो जाएगा। तय आयु सीमा की गणना आवेदन करने की तारीख से की जाएगी। बता दें कि पिछली बार 2022 में पढ़ने वाले विद्यार्थियों ने अवार्ड के लिए जो आइडियाज भेजे थे, उनका चयन मई 2024 में हुआ था और स्कूलों में प्रदर्शनी लगाने के आदेश दिए थे। इस देरी की वजह से विभाग और केंद्र सरकार की काफी आलोचना भी हुई थी। लेकिन इस बार माना जा रहा है कि आवेदन प्रक्रिया खत्म होते ही चयन की प्रक्रिया जल्द शुरू हो जाएगी। सूचना और विज्ञान प्रौद्योगिकी विभाग ने 26 जून को ही इस संबंध में निदेशालय शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर प्रक्रिया की जानकारी दी थी। उम्मीद है कि 15 सितंबर, आखिरी तारीख तक आवेदन प्रक्रिया खत्म होने पर आइडियाज का चयन अप्रैल 2025 से पहले कर लिया जाएगा। इस चयन के पीछे बच्चों में वैज्ञानिक सोच और नवाचार डवलप करना है। कक्षा 6 में प्रवेश लेने वाले बच्चों में नई सोच तेजी से डवलप होती है जो 10वीं तक और व्यापक हो जाती है। ऐसे में दोनों के बीच के संगम के तौर पर वैज्ञानिक सोच विकसित होगी। इसी लक्ष्य को लेकर केंद्र सरकार की ओर से इसका आयोजन किया जाता है। इसमंे स्कूल स्तर पर भी विज्ञान के शिक्षक मोटिवेट कर सकते हैं और परिवार या अन्य भी मोटिवेट कर सकते हैं। इसको लेकर कोई पाबंदी नहीं है, लेकिन प्रेजेंटेशन विद्यार्थी स्वयं को देना होगा। मॉडल बनाने के लिए छात्रों को 10-10 हजार की राशि दी जाएगी 15 सितंबर तक कक्षा 6 से 10 वीं तक के बच्चे अपना आइडिया शेयर कर आवेदन करेंगे। आवेदन करने के बाद आइडियाज को लेकर सूचना और प्रौद्योगिकी विभाग के अलग-अलग सेल और कमेटी की ओर से आइडियाज पर मंथन होगा। जिनके आइडियाज बेस्ट होंगे, उन बच्चों का चयन किया जाएगा। उसी आइडियाज पर मॉडल बनाने के लिए 10-10 हजार रु. की राशि दी जाएगी। बाद में अप्रैल- मई 2025 में मॉडल प्रदर्शनी जिला वार लगेगी। जिसमें चयनित विद्यार्थीं राज्य और फिर राष्ट्रीय स्तर पर जाएंगे। बाद में उन्हें इसरो सहित अन्य वैज्ञानिक संस्थानों में मौका मिलेगा। आगे की पढ़ाई को लेकर भी विद्यार्थियों को मौका दिया जाएगा।