बाड़मेर पुलिस ने 3 दिन पहले किराना दुकानदार पर जानलेवा हमला करने वाले 3 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनको कोर्ट में पेश करने से पहले पुलिस ने आमजन में विश्वास अपराधियों में भय ध्येय वाक्य का चरितार्थ करने के लिए शहर में पैदल परेड करवाई गई। इस दौरान आरोपियों के हाथों में हथकडी लगी रही। बाड़मेर डीएसपी रमेश कुमार शर्मा के नेतृत्व में हथियार बद्ध कमांडो साथ में चले। डीएसपी रमेश कुमार शर्मा ने बताया- नवले की चक्की के पास धारदार हथियार व पिस्तौल लहराकर दुकानदार के साथ मारपीट की थी। इस संबंध में अभी तक तीन आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। वहीं शेष आरोपियों की तलाश की जा रही है। इन तीन आरोपियों को सुभाष चौक से कोर्ट तक पैदल मार्च निकाल कर कोर्ट में पेश किया गया। जिला पुलिस का ध्येय है कि आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय इसी के चलते इन हथकड़ी पहनाकर पैदल शहर में घुमाया गया है। यह था मामला पुलिस को मूलाराम पुत्र जानाराम निवासी जय अंबे किराना नवले की चक्की बाड़मेर ने 8 जुलाई को रिपोर्ट दी थी। इसके अनुसार मूलाराम व उसके परिवार सदस्य अपनी किराना स्टोर दुकान में बैठे थे। इतने में प्लानिंग बनाकर हाथों में हथियार के साथ स्वरूप सिंह सहित अन्य बदमाश आए। दुकान पर बैठे लोगों पर हथियारों, लाठियों से हमला कर दिया। इससे पीड़ित पक्ष से दो महिलाएं सहित पांच जने घायल हुए। रीको थाना पुलिस ने रिपोर्ट पर मामला दर्ज जांच शुरू की। इस दौरान हमलावरों में एक युवक भी गंभीर घायल हो गया। फिलहाल जोधपुर हॉस्पिटल में भर्ती है। अलग-अलग टीमें शेष आरोपियों की कर रही है तलाश एसपी नरेंद्र सिंह मीना ने बताया- नवले की चक्की के पास किराना दुकान में घुर कर मारपीट की वारदात को अंजाम देने के मामले में त्वरित अनुसंधान सेल के एएसपी नाजिम अली व बाड़मेर डिप्टी रमेश शर्मा के नेतृत्व टीमें बनाई गई थी। इन स्पेशल टीम ने आरोपी जगमाल पुत्र वीरसिंह निवासी जूना पतरासर, करणसिंह पुत्र वेरिसाल सिंह निवासी मुरटाला गाला महाबार पीथल को दस्तयाब कर पूछताछ की गई। पुलिस की अलग-अलग टीमें शेष आरोपियों की तलाश कर रही हैं। बदला लेने के लिए किया हमला पुलिस के अनुसार 7 जुलाई को स्वरूप सिंह पुत्र सगतसिह निवासी परों के भतीज व अन्य एक लड़का अम्बे किराना स्टोर नवले की चक्की बाड़मेर पर एक ठंडा लेने के साथ प्लास्टिक की गिलास देने की बात को लेकर इनके आपस में बोलचाल व गाली गलौज हो गया। स्वरूप सिंह ने दुकान मूलाराम को सबक सिखाने के लिए दूसरे दिन 8 जुलाई को दिन के समय प्लानिंग बनाकर अपने साथियों के साथ पहले तो हापों की ढाणी, रोड पर कमरें में सभी एक साथ मिलकर शराब पी। इसके बाद शाम के समय यह सभी धारदार हथियारों व लाठियां लेकर बाइक से सवार होकर मुलाराम की दुकान पर जाकर हमला कर बाइक से भाग गए।