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3 भाइयों ने पालतू कुत्ते की आंखें फोड़ी, मर्डर किया:पैर पर ताबड़तोड़ बरसाए लाठी-सरिए; मालिक ने दर्ज कराई FIR

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खेत से रास्ता नहीं देने के विवाद में 3 सगे भाइयों ने पड़ोसी के पालतू कुत्ते को लाठी-सरियों से पीट-पीटकर मार डाला। घटना 7 मार्च की रात हुई थी। इसकी FIR आज (गुरुवार) को दर्ज की गई है। मामला भरतपुर के भुसावर थाना इलाके के गांव तरगवां की है। भुसावर SHO नरेश शर्मा ने बताया- तरगवां गांव के निवासी वीरम सिंह (43) पुत्र बटरा ने गुरुवार को उसके पालतू कुत्ते रॉकी के मर्डर की FIR दी है। रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। गांव के ही 3 लोगों पर कुत्ते के मर्डर का आरोप लगाया गया है। जल्द ही जांच पूरी होने के बाद गिरफ्तारी की जाएगी। रिपोर्ट में कुत्ते के मालिक वीरम सिंह ने बताया- मेरा पालतू कुत्ता रॉकी 3 साल का था। मैंने उसे एक परिचित से 1000 रुपए में खरीदा था। यह जर्मन शेफर्ड की मिक्स ब्रीड का कुत्ता था। 7 मार्च की रात 8 बजे मैंने रॉकी को खाना खिलाकर घर के मेन गेट पर बांध दिया। रात में घर से 100 मीटर दूर रहने वाले निर्भय सिंह के तीन बेटों मुकेश, विशेष और गुड्‌डू जाट कुत्ते को गेट से खोलकर ले गए। तीनों आरोपी रॉकी को 7 मार्च की रात अपने घर के पीछे नोहरे (मैदान) में ले गए। वहां लाठी और सरियों से पीट-पीटकर रॉकी का मर्डर कर दिया। गांव के ही निवासी पुष्कर और गोविंद ने तीनों भाइयों को कुत्ते को मारते हुए देखा। दूसरे दिन (8 मार्च) को सुबह 5 बजे जब गेट पर कुत्ता नहीं मिला तो मैंने आस-पास तलाश की। रॉकी मेरे घर से 100 मीटर दूर आरोपियों के घर के पास रास्ते पर लहूलुहान पड़ा मिला। आरोपियों से पूछा तो गालियां देने लगे। लाठी-फरसा निकाल लाए और कुत्ते की तरह मारने की धमकी दी। इसके बाद मैंने सूचना कंट्रोल रूम को घटना की सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंची और कुत्ते के शव को पशु चिकित्सालय में रखवाया। रिपोर्ट में वीरम ने बताया- तीनों भाई अपराधी प्रवृति के हैं। ये कोई भी अप्रिय घटना कर सकते हैं। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पोस्टमॉर्टम में पिछला पैर टूटा, आंखें फूटी मिलीं भुसावर के पशु चिकित्सालय में 8 मार्च को कुत्ते का पोस्टमॉर्टम किया गया। इसमें पिछला बांया पैर टूटा मिला। सबसे ज्यादा चोट सिर पर गर्दन आई थी। कुत्ते की दोनों आंंखें फोड़ी गई थी। पिटाई के कारण उसकी मौत हुई। पोस्टमॉर्टम के बाद वीरम ने पालतू कुत्ते का शव अपने घर के पशु बाड़े में दफना दिया। रॉकी को गेट पर बांधते थे क्यों कि वहीं हमारे वाहन खड़े होते थे। रॉकी को हमने बच्चे की तरह पाला था वीरम के भतीजे गब्बर सिंह ने कहा- रॉकी हमारा पालतू कुत्ता था। उसे बेरहमी से मारा गया है। ऐसा करके आरोपियों ने बहुत गलत काम किया है। रॉकी हमारे घर का इंपोर्टेंट सदस्य था। हमने घर में उसे बच्चे की तरह पाला था। हम उससे बहुत प्यार करते थे। आरोपियों को इसका परिणाम मिलना चाहिए। इस घटना से हमारा पूरा परिवार सदमे में है। खेत के रास्ते को लेकर 10 साल से रंजिश वीरम सिंह ने बताया- तरगवां गांव में हमारे खेत हैं। हमारे खेत के पीछे तीनों भाइयों के खेत हैं। मुकेश हमसे अपने खेतों में जाने के लिए रास्ता मांगता है। हमने हमारे खेत से होकर जाने के लिए रास्ता नहीं दिया तो वह रंजिश पालने लगा। हमने कहा कि रास्ता चाहिए तो कानूनन लो। पिछले 10 साल से इसी रंजिश में वह ताक में रहता था। मुकेश भुसावर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। मामले में सहायक निरीक्षक राजेश कुमार को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।

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