शरीर में दिल बायीं तरफ, लिवर और पित्त की थैली दायीं तरफ होती है। यह जानकर आप चौंक जाएंगे कि एक महिला के शरीर में ये तीनों अंग उल्टी तरफ हैं। इस बात का पता 36 साल बाद तब चला जब महिला पेट दर्द की शिकायत पर चूरू में डॉक्टर को दिखाने आई। डॉक्टरों ने महिला की पित्त की थैली का ऑपरेशन कर पथरी निकाली है। इसके बाद वह पूरी तरह स्वस्थ है। प्राइवेट हॉस्पिटल के सर्जन डॉ. दीपक शर्मा ने बताया- झुंझुनूं के बिसाऊ निवासी निर्मला (36) को करीब छह महीने से पेट दर्द की शिकायत थी। वह पहले अपने कस्बे में इलाज करवाती रही, लेकिन कोई आराम नहीं आया। फिर वह चूरू में एक महिला व प्रसूति रोग विशेषज्ञ (डॉक्टर) को दिखाने आई। डॉक्टर ने निर्मला की सोनोग्राफी करवाई। इसमें स्पष्ट हुआ कि उसकी पित्त की थैली में पथरी है। मगर सोनोग्राफी करने वाले डॉक्टर यह स्पष्ठ नहीं कर पाए कि पथरी कितनी बड़ी है और किस तरफ है। इसके बाद महिला की एमआरआई करवाई गई। इसको देखकर डॉक्टर भी चौंक गए। महिला का दिल दायीं तरफ धड़क रहा था। उसके अन्य अंग भी उल्टी तरफ थे। मरीज के शरीर में पित्त की थैली बायीं तरफ थी और उसमें पथरी थी। बायीं तरफ से पित्त की थैली निकालना आसान नहीं था। इसके बाद निर्मला को हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। ऑपरेशन के दौरान किया गया शीशे का उपयोग
सर्जन डॉ. दीपक शर्मा ने बताया- ऑपरेशन के दौरान पित्त की थैली की सामान्य बनावट को पहचानने के लिए शीशे का उपयोग किया गया। ताकि शरीर में जन्मजात किसी भी प्रकार की विकृति को पहचाना जा सके। उन्होंने बताया- ऑपरेशन के दौरान काफी तकनीकी परेशानी का सामना करना पड़ा, क्योंकि शरीर की बनावट में कोई भी बदलाव मिल सकता था। फिलहाल निर्मला स्वस्थ हैं। 10 हजार में से 1 व्यक्ति का हार्ट विपरीत साइड में
डॉ. दीपक शर्मा ने बताया- यह कुल आबादी के 0.01 प्रतिशत यानी की 10 हजार पर एक व्यक्ति के हार्ट विपरीत साइड में पाया जाता है। इस तरह शरीर में मुख्य ऑर्गन विपरीत स्थिति में होने पर इंसान के जीवन पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। सामान्य लोगों की तरह जीते हैं जीवन
डॉक्टरों ने बताया- इनकी लाइफ सामान्य व्यक्ति की तरह ही होती है। वह अन्य लोगों की तरह ही जीते हैं। हां, कई बार उनकी अगर सर्जरी करने की नौबत आती है तो थोड़ी दिक्कत होती है। इसकी वजह शरीर के सभी ऑर्गन्स का विपरीत स्थिति में होना है। इसलिए हमें उनके ऑपरेशन के दौरान काफी सावधानी बरतनी पड़ती है। इस तरह शरीर के ऑर्गन्स विपरीत स्थिति में होने का पता भी तभी चलता है जब हम किसी इमरजेंसी के टाइम अपने शरीर की जांच करवाएं। तभी यह पता लगता है कि हमारे शरीर में क्या बदलाव है और शरीर का कौन सा अंग विपरीत स्थिति में है। क्या है साइटस इनवर्सस टोटालीस
पीडीयू मेडिकल कॉलेज व डीबी हॉस्पिटल चूरू के पूर्व सर्जन एवं वर्तमान जेएनयू हॉस्पिटल जयपुर के सर्जन डॉ. दीपक शर्मा ने बताया- यह एक जन्मजात स्थिति है। इसमें शरीर के प्रमुख आंतरिक अंग अपनी सामान्य स्थिति से बिल्कुल उल्टे होते हैं। साइटस इनवर्सस लगभग 0.01 प्रतिशत आबादी में पाया जाता है। या फिर 10,000 में से लगभग एक व्यक्ति में यह स्थिति होती है। इसमें शरीर के सभी अंग का पूर्ण ट्रांसपोजिशन (दाएं से बाएं उलटना) शामिल है। दिल अपनी सामान्य स्थिति में बाईं छाती में नहीं है, बल्कि दाईं ओर होता है। लिवर और पीत की थैली बायीं ओर होती है।
