गुजरात और राजस्थान में पोंजी स्कीम से करीब 6 हजार करोड़ रुपए का घोटाला कर फरार हुए बीजेड फाइनेंस कंपनी’ के सीईओ भूपेंद्र सिंह झाला को क्राइम ब्रांच ने महेसाणा से गिरफ्तार कर लिया है। झाला पिछले एक महीने से फरार था। उसके विदेश भाग जाने की भी अटकलें थीं, लेकिन वह मेहसाणा जिले के दवाडा गांव में छिपा हुआ था। इससे पहले उसके वकील की ओर से गुजरात हाईकोर्ट में जमानत याचिका भी दायर की थी, जिसे कोर्ट ने अस्वीकार कर दिया था। झाला के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था। 3% से 30% तक के ब्याज का लालच देती थी भूपेंद्र की कंपनी
सीआईडी की जांच में पता चला है कि कंपनी के गुजरात के अलावा राजस्थान के भी कई शहरों में ऑफिसेज थे। कंपनी के कर्मचारी लोगों को 3% से 30% तक का मासिक ब्याज देने का वादा करती थी और 5 लाख रुपए का निवेश करने पर टीवी या मोबाइल गिफ्ट में देती थी। वहीं, 10 लाख रुपए के निवेश पर गोवा ट्रिप का भी ऑफर देती थी।प्रारंभिक जांच में दो बैंक अकाउंट्स में 175 करोड़ रुपए के लेनदेन की जानकारी सामने आई थी। सीआईडी क्राइम के अधिकारियों का कहना है कि कुछ समय पहले हमें एक गुमनाम आवेदन मिला था। बीजेड फाइनेंशियल सर्विसेज और बीजेड ग्रुप के सीईओ भूपेन्द्रसिंह परबतसिंह झाला ने गुजरात के अलावा राजस्थान में भी ऑफिस खोले थे। इसके साथ ही वह दुबई में भी ऑफिस खोलने की तैयारी में लगा हुआ था। भूपेंद्र के अलग-अलग बैंकों में 9 अकाउंट
अप्रैल 2024 में दायर हलफनामे के अनुसार, झालानगर स्थित एक आलीशान बंगले में रहने वाले भूपेंद्र सिंह झाला के परिवार में पिता परबत सिंह और मां मधुबेन हैं। आलीशान बंगले के बाहर आलीशान कारें खड़ी नजर आ रही हैं। जांच में पता चला है कि दो साल में 10 एकड़ जमीन खरीदने वाले आरोपी भूपेंद्र के अलग-अलग बैंकों में 9 अकाउंट हैं। जबकि पिता परबतसिंह के नाम पर 3 बैंक खाते हैं। लेकिन मां के नाम पर कोई बैंक खाता नहीं है। हलफनामे में दी गई जानकारी के मुताबिक भूपेंद्र ने अपने नाम से शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड में कोई निवेश नहीं किया है। पिता के नाम पर एक आर्टिंगा और एक स्कॉर्पियो कार है। आरोपी ने बताया कि उसके पास सिर्फ 47 ग्राम सोना है, पिता के पास 40 ग्राम और मां के पास 25 ग्राम सोना है। हालांकि, हलफनामें में भूपेंद्र ने जानकारी दी है कि 2021 से 2023 तक हिम्मतनगर और मोडासा के महादेवपुरा, गामड़ी, अदपोदरा, साजापुर और साकरिया गांवों में उसने 10 एकड़ जमीन खरीदी है। सरकारी कर्मचारियों को निशाना बनाते थे एजेंट्स
सीआईडी के एडीजीपी राजकुमार पांडियन ने बताया कि भूपेंद्र की कंपनी के एजेंट्स को खासतौर पर रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों को निशाना बनाने के लिए ट्रेंड किया गया था। शुरुआत में निवेश पर अच्छा रिटर्न देकर लोगों का विश्वास जीता जाता था और फिर बाद में उनकी बड़ी रकम हड़प ली जाती थी। इतना ही नहीं, एजेंट्स को सैलरी के अलावा 5% से 25% तक कमीशन भी दिया जाता था। दुबई और गिफ्ट सिटी में ऑफिस खोलने की थी योजना
डीवायएसपी अश्विन पटेल ने बताया कि सीआईडी ने इस मामले में कंपनी के गुजरात स्थित कई ऑफिसों पर छापेमारी की है। जांच में पता चला है कि कंपनी कैश और चेक दोनों तरीकों से पैसे जमा करवाती थी। फंड की कमाई का सबसे बड़ा हिस्सा क्रिप्टोकरेंसी से आया था। भूपेंद्र सिंह झाला का कारोबार इतना फल-फूल चुका था कि उसने कुछ समय पहले ही गुजरात के आणंद में भी एक ब्रांच खोली थी और अब वह दुबई और गांधीनगर की गिफ्ट सिटी में नया ऑफिस खोलने की तैयारी कर रहा था। नामांकन के दौरान किया था शक्ति प्रदर्शन
भूपेन्द्र सिंह पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान चर्चा में आया था। भाजपा का टिकट नहीं मिलने पर भूपेंद्र ने साबरकांठा लोकसभा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पर्चा भरा था। हालांकि, एन वक्त पर अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी। नेता बनने के लिए भूपेंद्र पिछले काफी समय से सामाजिक कार्यों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहा था। गरीब लोगों की मदद के लिए मंदिर में जमकर दान भी देता था। इतना ही नहीं, उसने गरीबों के लिए छोटे घर बनवाने भी शुरू कर दिए थे। इस तरह स्थानीय स्तर पर उनका वर्चस्व बढ़ता जा रहा था। स्थानीय स्तर पर मिले समर्थन के चलते उसने निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में पर्चा भरा था। पर्चा दाखिल करने जाते समय शक्ति प्रदर्शन भी किया था। रैली में भारी संख्या में लोग शामिल हुए थे। भूपेंद्र की प्रसिद्धि देखकर बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों को भी हारने का डर सताने लगा था। सोनू सूद ने सम्मानित किया था
मुंबई में आयोजित बीआईएए बॉलीवुड अवॉर्ड्स कार्यक्रम में बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने बीजेड ग्रुप के सीईओ भूपेन्द्र सिंह झाला को पुरस्कार देकर सम्मानित किया था। इस दौरान झाला ने भी सोनू सूद को हस्तनिर्मित कलाकृति गिफ्ट की थी। भूपेंद्र सिंह झाला की कंपनी से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… शुभमन गिल, मोहित, तेवतिया समेत 5 क्रिकेटरों ने भी कंपनी में निवेश किया था सीआईडी क्राइम ब्रांच की जांच में ‘बीजेड फाइनेंस कंपनी’ के धोखे का शिकार होने वाले निवेशकों के नाम भी सामने आने लगे हैं। इनमें सेवानिवृत्त अधिकारी/कर्मचारी और बिजनेसमैन ही नहीं, बल्कि देश के जाने-माने क्रिकेटर्स के नाम भी शामिल हैं। निवेशकों की सूची में क्रिकेटर शुभमन गिल, राहुल तेवतिया, मोहित शर्मा समेत पांच क्रिकेटरों के नाम भी मिले हैं। पूरी खबर पढ़ें…