लिव-इन रिलेशनशिप में 70 साल रहने के बाद एक जोड़े ने बुधवार को शादी कर ली। खास बात यह है कि दूल्हा 95 साल का तो दुल्हन 90 साल की है। इस शादी में डीजे पर गांव वालों के साथ उनके बेटे और पोते भी डांस करते नजर आए। दोनों ने एक-दूसरे का हाथ थामकर सात फेरे लिए। मामला डूंगरपुर के गलंदर गांव का है। दोनों के आठ बच्चे हैं, जिनमें चार बेटे और चार बेटियां हैं। इनमें से चार बच्चे सरकारी नौकरी में हैं। दो बहुएं भी सरकारी नौकरी में हैं। माता-पिता ने जताई इच्छा, बेटे-बेटियों ने कराई शादी
गलंदर गांव में 70 साल से साथ रह रहे रामा भाई अंगारी (95) पुत्र माना अंगारी और जीवली देवी (90) ने शादी नहीं की थी। उनके 8 बच्चे हुए। उनकी भी शादी हो गई। नाती-पोते भी हो गए। 70 साल बाद उन्होंने घरवालों के सामने सामाजिक रीति-रिवाज से शादी करने की इच्छा जताई। बेटे-बेटियों ने माता-पिता की इच्छा का सम्मान करते हुए धूमधाम से शादी करवाने का फैसला किया। एक जून को लग्न और हल्दी की रस्म हुई। बुधवार को गांव में डीजे पर बिंदौरी निकाली। इस दौरान उनके बेटे-पोतों के साथ गांव वाले भी डीजे पर खूब नाचे। इसके बाद दोनों ने रीति-रिवाज के साथ सात फेरे लिए। गांव वालों को भोजन कराया गया। इस शादी से बुजुर्ग दूल्हा-दुल्हन के साथ ही उनके परिवार वाले बेहद खुश नजर आए। गांव में भी इस शादी की चर्चा रही। 3 बच्चे सरकारी टीचर और एक नर्स
रामा भाई अंगारी गुजरात में कुएं खोदने का काम करते थे। साथ ही खेती-बाड़ी भी की। वहीं, जीवली देवी ने माडा संस्था में करीब 12 साल हैंडलूम चलाया। दरियां बुनती थीं। फिर आंखें कमजोर हुईं तो खेती-बाड़ी संभाली। बुजुर्ग जोड़े का सबसे बड़ा बेटा बखू खराड़ी 60 साल का है। वह किसान है। उससे छोटा बेटा शिवराम (57) टीचर है। तीसरे नंबर की बेटी जंतु थी, जिसकी 55 साल की उम्र में मृत्यु हो गई। बेटी सुनीता (53) टीचर, अनिता (50) नर्स और बेटा कांतिलाल खराड़ी (48) टीचर है। बेटा लक्ष्मण लाल (44) खेती-बाड़ी करता है। जबकि सबसे छोटी बेटी सीता खराड़ी (41) शादी होने के बाद से गुम है। कंटेंट: सुबोधकांत नायक, गामड़ी अहाड़ा