रोडवेज को घाटे में बताकर 12 साल से नई भर्तियां नहीं हुई हैं, लेकिन संविदा पर कर्मचारी रखने में गड़बड़ी सामने आई है। रोडवेज ने चार दिन पहले 7 जुलाई को सेवानिवृत्त कर्मचारी महेश उपाध्याय को उदयपुर में जोनल यातायात सलाहकार बनाया है। वे पहले रोडवेज में ही चीफ मैनेजर थे। खास बात यह है कि इस पद के लिए निविदा 4 जुलाई को ऑफिस टाइम के बाद रात 11:10 बजे निकाली गई। अंतिम तिथि 7 जुलाई रखी। लेकिन 4 जुलाई को ही रोडवेज मुख्यालय जयपुर के कार्यकारी निदेशक (प्रशासन) चांदमल वर्मा ने उपाध्याय को पद पर आने के लिए पत्र लिखा और सहमति मांग ली। ऐसे में यह पद दिया जाना पहले से तय हो गया।एसपीपीपी पोर्टल पर रात को निविदा निकाले जाने के पहले दिन तो इसकी जानकारी किसी को नहीं मिल पाई। अगले दिन 5 जुलाई काे शनिवार और 6 जुलाई काे रविवार का अवकाश रहा। 7 जुलाई को उपाध्याय को नियुक्ति दी गई। वे एक साल काम करेंगे। हर माह 38 हजार 700 रु. वेतन मिलेगा। पोर्टल से यही निविदा गायब, शेष दिख रहीं, सियासी रसूख से हुआ काम विभाग के अधिकारियों के अनुसार उपाध्याय कांग्रेस की इंटक के प्रदेश और संभाग अध्यक्ष रह चुके हैं। भीलवाड़ा के कांग्रेस के एक पूर्व विधायक और रोडवेज के एमडी पुरुषोत्तम शर्मा के भी करीबी हैं। पूर्ववर्ती सरकार में कांग्रेस नेताओं से उनके अच्छे संबंध रहे हैं। खास बात यह है कि रोडवेज की साइट पर अभी तक की सभी निविदाओं की जानकारी है, लेकिन इस निविदा को उससे हटा दिया गया है। ये काम देखेंगे – उपाध्याय रूट पर बसों का संचालन, समय निर्धारण करने, रूट पर कम- ज्यादा आय वाली बसों काे चलाने पर निर्णय करने और रूट बदले पर बसें चलाने जैसे काम देखेंगे। वे शहर के भूपालपुरा एरिया में रहते हैं। मूलत: भीलवाड़ा के हैं। वर्मा की ओर से 4 जुलाई को उनको लिखे पत्र में कहा कि उदयपुर संभाग में सलाहकार के पद पर आपकी आवश्यकता है। पद पर आने के लिए तीन दिन में सहमति देने को कहा। जाॅब चार्ट भी संलग्न किया। उपाध्याय बोले-जानकारी एमडी से लीजिए
जोनल यातायात सलाहकार बनाए गए महेश उपाध्याय ने बताया कि उदयपुर संभाग में मॉनिटरिंग के लिए पोस्ट क्रिएट की गई है। एक कंसलटेंट के रूप विभाग ने नया प्रयोग किया है। निविदा सिर्फ उनके लिए खोलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हेड ऑफिस ने इसे निकाला था। हमें हिस्सा लेना था, इसलिए शामिल हुए। मामले की पूरी जानकारी एमडी ही आपको दे पाएंगे। कर्मचारी संघ ने कहा-यह नियुक्ति गलत
रोडवेज संयुक्त कर्मचारी फेडरेशन के प्रदेश महामंत्री सत्यनारायण शर्मा ने कहा कि विभाग ने गलत नियुक्ति की है। ट्रैफिक कैडर के पर्याप्त अधिकारी हैं। फिर भी अकाउंट के अधिकारी को पद दिया। रिटायर कर्मचारी महासंघ के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष रमेश पोरवाल ने परिवहन मंत्री काे पत्र लिखा, जांच की मांग की। आरोप लगाए कि उपाध्याय की पोस्टिंग में पहले भी फर्जीवाड़े हुए।

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