बीकानेर| पवनपुरी स्थित शिवशक्ति हनुमान मंदिर में श्रावण मास पर शनिवार को मरुनायक व्यास पीठाधीश्वर पंडित भाईश्री ने शिवपुराण कथा का वाचन किया। पंडित भाईश्री ने शिवपुराण के महात्म्य पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वेद, स्मृति, पुराण, इतिहास तथा सैकड़ों आगम इस शिवपुराण की अल्प कला के समान भी नहीं हो सकते। साध्य और साधन इन दोनों विषयों पर पंडित भाईश्री ने कहा कि शिवपद की प्राप्ति ही साध्य है और उनकी सेवा ही साधन है। उनके प्रसाद से जो नित्य नैमितिक आदि फलों की और से नि:स्पृह होता है, वही साधक है। श्रवण, कीर्तन और मनन इन तीन साधनों की श्रेष्ठता का प्रतिपादन शिव पुराण में किया गया है। मुख्य यजमान के रूप में प्रेम प्रकाश खत्री ने सर्वप्रथम पूजा अर्चना करवाई। आयोजन से जुड़े नरेंद्र खत्री ने बताया कि कथा के बाद भक्तों में प्रसाद और बिल्व पत्र का वितरण किया गया।