राज्य अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (SCRB), जयपुर की टीम ने जिला मुख्यालय पर आईटी से जुड़ी पुलिस परियोजनाओं की समीक्षा और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम में SCRB जयपुर के उप अधीक्षक दिनेश कुमार असनानी ने जिले के पुलिस अधिकारियों को पॉवर प्रजेंटेशन के जरिए प्रशिक्षण दिया। डीएसपी असनानी और उनकी टीम ने RAJ COP ऐप, CCTNS प्रणाली, ERSS-112, e-SAKSHYA, e-Summon, अपराधियों की फिंगरप्रिंट संग्रहण प्रक्रिया, MARG, लापता व्यक्तियों की रिपोर्टिंग, थानों में CCTV कैमरों की स्थिति, ICJS और अपराध प्रविष्टियों की गुणवत्ता समेत 21 बिंदुओं पर गहन समीक्षा की। तकनीकी सुविधाओं के प्रभावी उपयोग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल पर भी विस्तार से जानकारी दी गई। पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के सवालों के जवाब भी दिए गए। प्रशिक्षण का उद्देश्य पुलिस की ओर से आमजन को बेहतर और त्वरित सेवा देना है। RAJCOP Citizen ऐप और आपातकालीन सेवा ERSS-112 को और प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया। CCTNS में डेटा की गुणवत्ता सुधारने, e-SAKSHYA ऐप के उपयोग, ई-समन की तामील और अपराधियों की जानकारी संग्रहण को मजबूत करने पर भी फोकस रहा। पुलिस थानों की कार्यप्रणाली, रिकॉर्ड रखरखाव, मालखाना मॉड्यूल, ई-साइन एफआईआर, हार्डवेयर और सीसीटीवी कैमरों की स्थिति की समीक्षा की गई। ICJS, NETGRID और CRIMAC जैसे तकनीकी प्लेटफॉर्म्स के बेहतर उपयोग पर भी मार्गदर्शन दिया गया। इस प्रशिक्षण में जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उप अधीक्षक, थानाधिकारी, जिला CCTNS टीम और थानों के दक्ष पुलिस कंप्यूटर ऑपरेटर शामिल हुए। सभी को तकनीकी कार्यप्रणाली, ऐप्स के उपयोग और अपराध रिपोर्टिंग की प्रक्रिया पर विस्तार से जानकारी दी गई। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर SCRB की यह पहल पुलिसिंग को पारदर्शी, उत्तरदायी और तकनीकी रूप से सक्षम बनाने की दिशा में उठाया गया कदम है। इससे टोंक जिले में पुलिस कार्यप्रणाली के डिजिटलीकरण को गति मिलेगी और जांच की गुणवत्ता में सुधार होगा।