सीकर के कोतवाली थाना इलाके में विदेश में नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। एजेंट ने दो भाइयों को विजिट वीजा पर दुबई भेजा। जहां दोनों भाइयों को टाइम पर पगार नहीं मिली। डेढ़ महीने तक दोनों भाइयों को रूम पर रखा गया। अब पीड़ित भाइयों ने कोतवाली पुलिस थाने में परिवाद दिया है। इस संबंध में जमीर खान और समीर खान निवासी शिव कॉलोनी ने रिपोर्ट देकर बताया कि चार से पांच महीने पहले उनकी मुलाकात चांद लीलगर से हुई। जिसने उन्हें कहा कि तुम्हें विदेश में पेंटर का काम दिलवा दूंगा। तुम दोनों को एंप्लॉयमेंट वीजा पर वहां भेज दूंगा। वहां काम के बदले अच्छी तनख्वाह और रहना मिलेगा। ऐसे में दोनों भाई चांद की बातों में आ गए और उसे अपने पासपोर्ट और 1.30 लाख रुपए भी दे दिए। 6 मार्च को दोनों भाइयों को दुबई विजिट वीजा पर भेज दिया गया। यहां जाने के बाद दोनों को एक महीने तक तो कोई काम नहीं दिया गया। दोनों को रूम पर रखा गया जहां उन्हें खाना भी बड़ी मुश्किल से मिलता। इसके बाद उन्हें एक कंपनी में कंस्ट्रक्शन लेबर का काम करवाया गया। जबकि दोनों वहां पेंटर का काम करने गए थे। कंस्ट्रक्शन लेबर के काम के बदले तनख्वाह भी टाइम पर नहीं दी गई। इस बारे में दोनों भाइयों ने अपने घरवालों को बताया तो पिता ने एजेंट चांद लीलगर से बात की। तब उसने कहा कि दोबारा मेरे पास मत आना,वहां तो ऐसा ही काम मिलेगा। 24 जून को दोनों भाई वापस इंडिया आ गए और यहां चांद से मिले। ऐसे में वह भी चांद के पास गए लेकिन चांद ने उन्हें भी कह दिया कि दोबारा मेरे पास मत आना।