whatsapp image 2024 07 12 at 132212 1720776644 1cr84u

केन्द्रीय कारागृह अलवर में बंदियों को पढ़ने का पूरा मौका मिलने लगा है। यहां बंदी डिग्री – डिप्लोमा के अलावा हाउस वायरिंग, बागवानी, योगा, कुक की ट्रेनिंग लेते हैं। ताकि वे जेल छूटने पर अपनी आजीविका आसानी से चला सकें। इग्नू के पाठयक्रम के आधार पर आगे की पढ़ाई करने का मौका मिलता है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय से संचालित इग्नू विशेष अध्ययन केन्द्र के जरिए स्नात्तक एवं स्नात्तकोत्तर उपाधी तथा विभीन्न सर्टिफिकेट एवं डिप्लोमा पाठ्यक्रमो में की परीक्षा हुई। कारागृह अधीक्षक शिवेन्द्र शर्मा ने बताया कि उच्च शिक्षा के लिए कारागृह में संचालित इग्नू केन्द्र में वर्ष 2023 तक 676 बंदियो को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित कर (530 बंदीयों को प्रमाण पत्र व डिप्लोमा पाठ्यक्रम) एवं 120 बंदी स्नातक व 16 बंदी स्नातकोत्तर डिग्री पाठ्यक्रमों में नांमांकन करवाया गया है। जिसके लिए सफलतापूर्वक परीक्षा सम्पादित कराई गई। अब तक 379 बंदियों को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय खुला विश्वविद्यालय की ओर से विभिन्न प्रमाण पत्र पाठ्यक्रम, डिप्लोमा एवं स्नातक य स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में सर्टिफिकेट व प्रमाण पत्र प्रदान किए। सत्र जून 2024 में 28 बंदियो की विभीन्न पाठ्यक्रमो व स्नातक उपाधी कार्यक्रम की परीक्षा 7 से 12 जुलाई तक हुई। सत्र जून 2024 में स्नातकोत्तर उपाधी (M.A.) में 03, स्नातक उपाधी कार्यक्रम (B.A.) में 17 तथा सर्टिफिकेट व डिप्लोमा पाठ्यक्रमो में 90 बंदियों को प्रवेशित कराने के लिए प्रवेश परीक्षा के ओवदन भिजवाए हैं। 05 बंदियो को अगले वर्ष की परीक्षा में सम्मलित होने के लिये Re-registration form भिजवाए गए। इग्नू विशेष अध्ययन केन्द्र के द्वारा बंदियों को Master of art (M.A.), Bechlor Dgree programme (BAG) and CHR-CDM- CTS-CAFE-DAFE-CFN-DUL-CIG-CNCC आदि कोर्स करवाए जा रहे हैं। साथ ही बंदियो को व्यावसायिक शिक्षा के तहत कारपेन्टर ट्रेड में एक वर्षिय प्रशिक्षण में 122 बंदियो को प्रशिक्षित एवं प्रवेशित करवाया गया है।कौशल एवं आजीविका विकास के तहत इलेक्ट्रोनिक्स, हाउस वायरिंग, बागवानी, योगा, कुक आदि में 310 बंदियो को प्रशिक्षण कार्यक्रम करवाकर बंदियो को बाद रिहाई जीविकापार्जन के लिए प्रशिक्षत भी किया गया है। कारागृह अधीक्षक शिवेन्द्र शर्मा द्वारा बंदियो को लगातार शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित किया रगया। इसमें रविन्द्र उपाध्याय पुस्तकालय प्रभारी, नरेन्द्र कुमार बैरवा मुख्य प्रहरीका पूर्ण सहयोग रहा है।

By

Leave a Reply