बीकानेर के देशनोक स्थित करणी मंदिर में रविवार को सावन-भादो प्रसाद हुआ। ये सामान्य प्रसाद नहीं है बल्कि एक ही कड़ाई में बनने वाला 14 हजार 350 किलो लापसी का प्रसाद है। हर साल गुप्त नवरात्रा की अष्टमी को ये प्रसाद बनाने के लिए पूरी टीम जुटती है। प्रसाद बनने के बाद पूरे गांव में वितरण हो रहा है। बीकानेर में अष्टमी पर पूर्णाहुति हवन-पूजन, नेहड़ी माता मंदिर , करणी माता मंदिर में इस प्रसाद के लिए लोग उमड़ते हैं। हर साल होने वाले पूजन में लोग बढ़चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। देशनोक करणी माता मंदिर में गुप्त नवरात्रि की अष्टमी रविवार को सावन भादवा महाप्रसादी का सुबह माँ करणी को विधिवत भोग लगाया गया। मन्दिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। मन्दिर परिसर करणी माता के जयकारों से गूंज उठा । महाप्रसादी का आयोजन करणी दान जोशी एवं उनकी पौत्री सगत स्वरूपा श्रीडूंगरगढ़ निवासी के द्वारा करवाया गया। सुबह पंडित नरोत्तम दास मिश्रा ने विशेष पूजा अर्चना कर माँ को भोग लगाया गया जिसके बाद श्रद्धालुओं में प्रसाद का वितरण किया गया इससे पूर्व मन्दिर को रंगबिरंगी रोशनी सहित डेकोरेशन से सजाया गया। बरसाती पानी का उपयोग श्री करणी मन्दिर निजी प्रन्यास के अध्यक्ष बादल सिंह ने बताया कि महाप्रसाद के लिए इस बार लापसी का भोग लगाया गया। इसके लिए मिश्रण, अनुपात व वजन सब तय होता है। करीब 14350 किलो प्रसाद बनकर तैयार हुआ। जिसमें 3701 किलो बाट 49 टिन देसी घी, 2580 किलो गुड़ और करीब 106 किलो ड्राई फ्रूट्स का मिश्रण होता है। इस महाप्रसादी में केवल मंदिर के अंदर बनी बावड़ी के बरसाती पानी का ही उपयोग होता है। कंटेंट-रोहित शर्मा देशनोक