हनुमानगढ़ जिले की सदर पुलिस ने बिक्री के लिए लाई जा रही डोडा पोस्त की बड़ी खेप पकड़ी हैं। पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान एक कार से 77 किलो डोडा पोस्त बरामद करते हुए कार सवार दो जनों को गिरफ्तार किया हैं। वहीं, नशे से भरी इस कार को एस्कॉर्ट कर रही एक दूसरी कार को भी पुलिस ने जब्त कर तीन जनों को गिरफ्तार किया हैं। गिरफ्तार पांचों जनों में चार आरोपी नगाौर के रहने वाले हैं तथा पांचवा पीलीबंगा के दुलमाना का रहने वाला हैं। सदर पुलिस ने सभी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की हैं। जानकारी के अनुसार नशे के खिलाफ पुलिस अधीक्षक विकास सांगवान के निर्देशानुसार चलाए जा रहे अभियान के तहत सदर पुलिस को डीएसटी टीम से सूचना मिली की एक कार में बड़ी मात्रा में डोडा पोस्त लाया जा रहा हैं। इस पर उपनिरीक्षक लालबहादुर के नेतृत्व में पुलिस दल व डीएसटी टीम ने चक 42 एसएसडब्लयू से चक 44 एसएसडब्लयू रोही सहजीपुरा के मध्य नाकाबंदी की। नाकाबंदी के दौरान दो कारें आती हुई दिखाई दी। इस पर पुलिस दल ने रुकने का इशारा किया तो दोनों कारों के चालक ने कारों को रोककर घुमाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस दल ने तत्परता दिखाते हुए धर दबोचा। इस दौरान नेक्सोन कार की तलाशी ली तो उसमें 77 किलोग्राम डोडा पोस्त बरामद हुआ। मौके से मोहनराम पुत्र धर्माराम जाट निवासी बामनियांवाला थाना पांचोडी जिला नागौर व संदीप सिंह पुत्र वकील सिंह जटसिख निवासी वार्ड 9 दुलमाना थाना पीलीबंगा को गिरफ्तार किया। वहीं दूसरी बलेनो गाड़ी की तलाशी में कुछ नहीं मिला। यह गाडी पोस्त भरी हुई कार को सुरक्षित रास्ता दिखा रही थी। बलेनो में सवार राजेश पुत्र नैनाराम बिश्रोई निवासी थाम्बडिया पांचला थाना खींवसर, दिनेश पुत्र फूसाराम डेलू जाट निवासी बामनियांवाला थाना पांचोडी, कुलदीप सिंह पुत्र दौलतसिंह राजपूत निवासी साटिका थाना पांचोडी सभी जिला नागौर को गिरफ्तार किया गया। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि उक्त पोस्त संदीप सिंह पुत्र वकील सिंह जटसिख निवासी दुलमाना पीलबंगा ने मंगवाया था। पुलिस अब आरोपियों से पोस्त के अन्य सप्लायरों व क्रेताओं के बारे में जानकारी प्राप्त कर रही हैं। कार्रवाई में सदर थाने के हैड कॉन्स्टेबल जसवंत सिंह, कॉन्स्टेबल मदनलाल, पप्पूराम, कृपालाराम, मानसिंह, शंकर शामिल रहे। वहीं पूरी कार्रवाई में जिला डीएसटी टीम की विशेष भूमिका रही। सदर पुलिस ने इस संबंध में सभी आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में प्रकरण दर्ज कर जांच गोलूवाला थानाधिकारी के सुपुर्द की हैं।