कोटा | विधिक सेवा प्राधिकरण की पहल पर शनिवार को दूसरी राष्ट्रीय लोक अदालत हुई। इसमें पारिवारिक न्यायालय क्रम-2 में पारिवारिक विवाद के 185 मामलों का निस्तारण हुआ। एक दिन में 185 मामलों के निस्तारण के साथ ही एक महीने के दौरान 25 दंपतियों में राजीनामा कर घर भी बसाया। इस सफलता पर न्यायाधीश तिरुपतिकुमार गुप्ता एवं टीम ने केक काटकर खुशी मनाई। पारिवारिक न्यायालय क्रम-1, 2 एवं 3 में कुल 5800 मामले लंबित हैं। इनमें पत्नी को साथ रखने, तलाक लेने एवं भरण पोषण राशि आदि प्रकरण हैं। पारिवारिक न्यायालय क्रम-2 में राष्ट्रीय लोक अदालत के लिए पक्षकारों को नोटिस भेजकर बुलवाया। न्यायाधीश तिरुपति कुमार गुप्ता ने पक्षकार पति-पत्नी का दुख-दर्द जाना और समझाइश करते हुए 185 मामले निस्तारित किए। 25 दंपतियों का घर बसा पारिवारिक न्यायालय क्रम-2 के न्यायाधीश तिरुपतिकुमार गुप्ता ने पत्नी साथ रखने, तलाक लेने एवं भरण पोषण राशि की मांग आदि प्रकरणों में सुनवाई की। एक महीने में 25 दंपतियों के बीच राजीनामा करवाकर इनका फिर से घर बसा दिया। कुछ दंपती के तो खुशी में आंसू छलक उठे। बरसों से अलग रहने के बाद वापस मिले, साथ ही कोर्ट की पेशियों से भी राहत िमली।