बहन की दो बार शादी हुई, दोनों बार तलाक के बाद वह भाई के घर पर रहने आ गई। वह मां और छोटे भाई के साथ घर में रह रही थी। किराना के थोक व्यापारी भाई ने किसी को 30 लाख रुपए उधार दिए, उससे उधार दी रकम मांगता तो बहन उसे बहका देती, वह पैसे देने से इनकार कर देता। मकान पर कब्जे और रकम को लेकर बड़े भाई की टीस बढ़ती गई और उसने रविवार रात चाकू से बहन का मर्डर कर दिया। इसके बाद खुद थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया। मामला जोधपुर के चौपसनी हाउसिंग बोर्ड का है। वारदात रविवार रात 8.15 बजे के करीब हुई। चौपासनी हाउसिंग बोर्ड के थाना इंचार्ज नितिन दवे ने बताया- थाना इलाके के सेक्टर 21 में गुड्डी उर्फ चंद्रा सिंधी (47) पुत्री मोहनलाल अपनी मां और छोटे भाई जमनादास (40) के साथ रहती थी। वह दो मंजिला मकान के ऊपर के पोर्शन में अकेली रहती थी। गुड्डी की दो बार शादी हुई। दोनों बार तलाक हो गया था। इसके बाद वह मां के साथ ही रह रही थी। यह मकान उसके बड़े भाई पुरुषोत्तम सिंधी (48) का है। पुरुषोत्तम शहर चौबाहो इलाके के सेक्टर 9 में परिवार के साथ अलग मकान में रह रहा था। रविवार शाम 7.15 बजे पुरुषोत्तम सेक्टर 21 वाले मकान पर आया। वह मां और बहन गुड्डी से मिला। यहां गुड्डी के साथ पैसों और प्रॉपर्टी को लेकर उसका विवाद हो गया। आवेश में आकर पुरुषोत्तम ने चाकू से बहन की गर्दन और शरीर पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। गुड्डी ने बचाव किया तो पुरुषोत्तम का हाथ भी चाकू से जख्मी हो गया। गुड्डी लहूलुहान होकर फर्श पर गिर पड़ी। घर में चीख पुकार मच गई। गुड्डी को मरा समझकर पुरुषोत्तम घर से निकल गया। खून सने हाथ और कपड़े पहने वह सीधे चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाने पहुंचा और सरेंडर कर दिया। मृतका के छोटे भाी जमनादास (40) की पत्नी हेमा ने जेठ पुरुषोत्तम के खिलाफ मर्डर का मामला दर्ज कराया। उसने पुलिस को बताया कि वह बहन का मर्डर करके आ रहा है। पुलिस ने उसे हिरासत में लिया। इसके बाद एडीसीपी (पश्चिम) निशांत भारद्वाज, चौहाबो थानाधिकारी नितिन दवे और एसआई फगलूराम टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जहां लहूलुहान हालत में गुड्डी फर्श पर पड़ी मिली। आनन-फानन में उसे एमडीएम अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान गुड्डी की मौत हो गई। मर्डर की वजह- प्रॉपर्टी विवाद, उधार दी हुई रकम पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि पुरुषोत्तम बहन पर मकान पर कब्जा करने का आरोप लगाता था। पुरुषोत्तम ने सेक्टर 21 वाले मकान को खुद का होना बताया। तलाक के बाद गुड्डी मां और भाई के साथ मकान में रह रही थी, इससे पुरुषोत्तम को आपत्ति थी। उस लगता था कि गुड्डी ने उसके मकान पर कब्जा कर लिया है। इसलिए वह परिवार के साथ अलग मकान में रहता था। यह भी सामने आया कि व्यापार के दौरान पुरुषोत्तम ने कुछ लोगों को पैसा उधार दिया हुआ था। वह लोगों से उधार मांगता तो गुड्डी उन लोगों को पैसा देने से मना कर देती थी। एक युवक को पुरुषोत्तम ने 30 लाख रुपए दिए हुए थे। उससे पैसे लौटाने को कहा तो गुड्डी ने उसे मना कर दिया। इससे पुरुषोत्तम गुड्डी पर भड़क गया था। वहीं दावा यह भी है कि पुरुषोत्तम ने गुड्डी को भी कुछ रकम दी थी, जिसे वह लौटाने को कह रहा था। परिवार की संपत्ति पर बेटी का हक, क्या है कानून 2005 से पहले हिंदू उत्तराधिकार कानून में बेटियां सिर्फ हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) की सदस्य मानी जाती थीं, यानी समान उत्तराधिकारी नहीं थीं। बेटी की शादी हो जाने पर उसे हिंदू अविभाजित परिवार (HUF) का भी हिस्सा नहीं माना जाता था। 2005 के संशोधन के बाद बेटी को समान उत्तराधिकारी माना गया है। अब बेटी के विवाह से पिता की संपत्ति पर उसके अधिकार में कोई बदलाव नहीं आता है। यानी, विवाह के बाद भी बेटी का पिता की संपत्ति पर अधिकार रहता है। हिंदू उत्तराधिकार कानून में हुआ संशोधन 9 सितंबर, 2005 से लागू हुआ। कानून कहता है कि कोई फर्क नहीं पड़ता है कि बेटी का जन्म इस तारीख से पहले हुआ है या बाद में, उसका पिता की संपत्ति में अपने भाई के बराबर ही हिस्सा होगा। यह भी पढ़ें बहन की हत्या कर थाने पहुंचा भाई:पुलिस को बोला- चाकू घोंपकर मार दिया; पैसों को लेकर चल रहा था विवाद पैसों के विवाद के चलते भाई ने बहन की चाकू घोंपकर हत्या कर दी। मर्डर के बाद आरोप भाई खुद ही थाने पहुंचा और पुलिस को जानकारी दी। घटना जोधपुर के चौपासनी हाउसिंग बोर्ड इलाके के सेक्टर-21 में रविवार रात हुई। (पढ़ें पूरी खबर)