‘सेक्स सॉर्टेड सीमन’ योजना के तहत अब पशुपालक अपनी मर्जी के अनुसार मवेशी का कृत्रिम गर्भाधान कराकर यह तय कर सकेंगे की उन्हें नर चाहिए या मादा। इससे आवारा नर गोवंश की जन्मदर घटेगी। वहीं, दुधारू पशुओं की उन्नत नस्ल विकास हो सकेगा। इस योजना की घोषणा हाल ही में बजट में की गई है। पशुपालन विभाग के अनुसार दुधारू पशुओं के उन्नत नस्ल विकसित करने और आवारा गोवंश की समस्या को कम करने के लिए ‘सेक्स सॉर्टेड सीमेन’ योजना शुरू की गई है। झालावाड़ में सरकारी स्तर पर पहली बार इस योजना का लाभ पशुपालकों को मिलेगा। पशुपालन विभाग ने इसकी तैयारी भी शुरू कर दी है। योजना के तहत पशुपालक को 75 प्रतिशत तक अनुदान भी दिया जाएगा। पशुपालन विभाग झालावाड़ के डिप्टी डायरेक्टर टीए बंसोड ने बताया कि अच्छी योजना है। इसके तहत जिले में पशुपालकों को राहत मिलेगी, क्योंकि अभी तक नर मादा दोनों ही पैदा होते हैं। पशुपालक इस योजना का लाभ ले सकेगा। योजना के लिए पशुपालक को अनुदान के बाद निर्धारित राशि देनी होगी। ‘सेक्स सॉर्टेड सीमेन’ क्या होता है
सेक्स सॉर्टेड सीमन ‘लिंग चयनित’ वीर्य है, इसका उपयोग मवेशियों के कृत्रिम गर्भाधान (एआई) में किया जाता है, इससे 90 प्रतिशत से अधिक चयनित लिंग (मादा) पैदा होते हैं, जबकि पारंपरिक वीर्य से नर और मादा (50:50) बछड़ों का बराबर अनुपात उत्पन्न होता है
