पेपर लीक कांड के आरोपी टोंक जिले के अलीगढ़ थाना क्षेत्र के बिलोता निवासी हनुमान मीणा ने पुलिस रिमांड के दौरान कई राज उगले। इस दौरान उसने 2 दलालों के नाम भी बताए। साथ ही कई भर्ती परीक्षाओं में 12-13 युवाओं को नौकरी लगवाना भी कबूला। आरोपी हनुमान मीणा को पुलिस ने रिमांड अवधि खत्म होने के बाद मंगलवार को CJM कोर्ट टोंक में पेश किया। जहां से कोर्ट ने उसे फिर से जेल भेजने के आदेश दिए। कोर्ट ने आरोपी हनुमान को 27 जुलाई तक जेल भेजने के आदेश दिए है। इधर कोर्ट में पेश करने ले जाते समय आरोपी हनुमान के चेहरे पर सिकन तक नजर नहीं आई, बल्कि इस दौरान उसके चेहरे पर मुस्कुराहट थी। डमी कैंडिडेट बैठाकर नौकरी लगवाना कबूला
मामले की जांच अधिकारी ASP गीता चौधरी ने बताया कि आरोपी हनुमान मीणा ने रिमांड के दौरान करीब आधा दर्जन प्रतियोगी परीक्षाओं में 12-13 लोगों को नौकरी लगवाने की बात कबूली। उसने दलाल मोहनलाल विश्नोई, प्रवीण विश्नोई के माध्यम से डमी कैंडिडेट बैठाकर SI, पटवारी, वन रक्षक, सीनियर टीचर आदि भर्ती परीक्षाओं में 12-13 युवाओं को नौकरी लगवाना कबूला है। इसका सत्यापन करवाया जाएगा। साथ ही दोनों दलालों को भी गिफ्तार किया जाएगा। फिलहाल दोनों दलाल फरार है, जिनकी सरगर्मी से तलाश जारी है। ‘मास्टरमाइंड तक जांच एजेंसी नहीं पहुंच पाई’
उधर आरोपी हनुमान मीणा के एडवोकेट नारायण सिंह चौधरी ने बताया कि हनुमान मीना बेकसूर है। उसके खिलाफ SOG, पुलिस को पेपर लीक से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं मिला है। पेपर लीक के मास्टरमाइंड तक जांच एजेंसी पहुंच नहीं पाई है। 2 लाख रूपये में तय हुआ था सौदा
ज्ञात रहे कि सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा में हनुमान मीणा ने पूर्व में गिरफ्तार आरोपी रामलाल मीणा की जगह मोहनलाल विश्नोई के जरिए आरोपी सांचौर निवासी प्रवीण विश्नोई को डमी कैंडिडेट के रूप में परीक्षा दिलवाई थी। आरोपियों के बीच 2 लाख रूपये में सौदा तय हुआ था, लेकिन RPSC में पोस्टिंग से पहले हुई दस्तावेजों की आखिरी गहन जांच के दौरान करीब 2 माह पहले रामलाल मीणा का फर्जीवाड़ा अजमेर में पकड़ा गया था।
इस मामले में RPSC अजमेर के अनुभाग अधिकारी की ओर से अजमेर के पुलिस थाने में ज़ीरो FIR दर्ज कराई थी। रामलाल मीणा का परीक्षा सेंटर टोंक के कोतवाली थाना क्षेत्र की दरबार स्कूल होने के कारण अजमेर से इस केस को टोंक भेज दिया गया। यहां कोतवाली में मामला दर्ज कर जांच शुरु की गई। 2 बार लिया जा चुका रिमांड पर
जांच अधिकारी ASP गीता चौधरी ने बताया कि आरोपी हनुमान मीणा को 2 बार चार-चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया जा चुका है। इस बार उसने 2 दलालों के नाम भी बताए है। इस पूरे प्रकरण में मोहनलाल विश्नोई और सांचौर के रहने वाले प्रवीण विश्नोई के नाम दलाल के रूप में सामने आये है। अब टोंक पुलिस मोहनलाल और प्रवीण की सरगर्मी से तलाश में जुट गई है। यह खबरें भी पढ़े… पेपर लीक कांड में शामिल हनुमान मीणा फिर रिमांड पर:SI समेत विभिन्न परीक्षाओं में बिठा चुका है डमी केंडिडेट, पूछताछ में और खुलासों की संभावना
पेपर लीक कांड में शामिल और SI समेत विभिन्न परीक्षाओं में डमी केंडिडेट बैठाकर चयनित करवाने के मास्टरमाइंड अलीगढ़ थाना क्षेत्र के बिलोता निवासी हनुमान मीणा को शुक्रवार को टोंक पुलिस ने CJM कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपी हनुमान मीणा को फिर से चार दिन के पुलिस रिमांड पर सौंपा है। (पढ़े पूरी खबर) सीनियर टीचर एग्जाम में फर्जी कैंडिडेट से परीक्षा दिलाई:पास भी हुआ, वेरिफिकेशन के लिए आया तो पकड़ा गया; RPSC ने दर्ज कराया मामला
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से साल 2022 में हुए सीनियर टीचर एग्जाम में फर्जी कैंडिडेट को परीक्षा दिलाने का मामला सामने आया है। आयोग के अनुभाग अधिकारी नमन शर्मा ने 15 मई को देर रात 10.48 बजे अजमेर के सिविल लाइन्स थाने में मामला दर्ज कराया। (पढ़े पूरी खबर) RPSC ने पोस्टिंग से पहले पकड़ा फर्जीवाड़ा:फोटो बदलकर बैठाया डमी कैंडिडेट, सीनियर टीचर एग्जाम में हुआ सफल
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की ओर से आयोजित किए गए सीनियर टीचर भर्ती एग्जाम में डमी कैंडिडेट बैठाकर परीक्षा पास करने का मामला सामने आया। आयोग पोस्टिंग देने के लिए दस्तावेज की जांच कर रहा था। इस दौरान अलग-अलग फोटो से फर्जीवाड़ा पकड़ा गया। (पढ़े पूरी खबर )
