केंद्र सरकार ने नीति आयोग का पुनर्गठन किया। स्टेशनरी ब्रांड कैमलिन के फाउंडर सुभाष दांडेकर का निधन। वहीं, CSIR चीफ कलईसेलवी को दो साल का एक्सटेंशन मिला।
आइए आज के ऐसे ही प्रमुख करेंट अफेयर्स पर नजर डालते हैं, जो सरकारी नौकरियों की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए अहम हैं…
नेशनल (NATIONAL)
1. केंद्र सरकार ने नीति आयोग का पुनर्गठन किया : केंद्र सरकार ने 16 जुलाई को नीति आयोग का पुनर्गठन कर दिया है। इसमें सहयोगी दलों यानी NDA के वरिष्ठ मंत्रियों को भी जगह मिली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीति आयोग के अध्यक्ष तो सुमन के बेरी नीति आयोग के उपाध्यक्ष होंगे। डॉ वी.के सारस्वत, प्रोफेसर रमेश चंद्र, डॉ वी.के पॉल और अरविंद वीरमानी को पूर्ण कालिक सदस्य बनाया गया है।

- नीति आयोग के पदेन सदस्यों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का नाम शामिल है।
- इनके अलावा सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा, भारी उद्योग मंत्री एच डी कुमारस्वामी, एमएसएमई मंत्री जीतन राम मांझी, पंचायती राज मंत्री लल्लन सिंह, सामाजिक न्याय मंत्री वीरेंद्र कुमार, नागरिक उड्डयन मंत्री के राममोहन नायडू, आदिवासी मामलों के मंत्री जुएल ओराम, महिला एवं बाल कल्याण मंत्री अन्नपूर्णा देवी, खाद्य प्रसंस्करण मंत्री चिराग पासवान और राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार राव इंद्रजीत सिंह को विशेष आमंत्रित सदस्य नियुक्त किया गया है।
- पिछली बार पीयूष गोयल और अश्विनी वैष्णव भी विशेष आमंत्रित सदस्य थे। लेकिन इस बार इन दोनों को शामिल नहीं किया गया है।
- 1 जनवरी, 2015 को योजना आयोग को एक नए संस्थान नीति आयोग द्वारा प्रतिस्थापित किया गया था।
- इसे मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस के विजन के साथ स्थापित किया गया था।
- नीति आयोग यानी NITI Aayog का पूरा नाम नेशनल इंस्टीट्यूशन फॉर ट्रांसफॉर्मिंग इंडिया है।
- यह भारत सरकार के शीर्ष सार्वजनिक नीति थिंक टैंक के रूप में काम करता है।
- इसके कामों में “15-वर्षीय रोड मैप”, “7-वर्षीय विजन, रणनीति और कार्य योजना”, AMRUT, डिजिटल इंडिया, अटल इनोवेशन मिशन, चिकित्सा शिक्षा सुधार, कृषि सुधार शामिल हैं।
- नीति आयोग की पहली बैठक की अध्यक्षता 8 फरवरी, 2015 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी।
निधन (OBITUARY)
2. स्टेशनरी ब्रांड कैमलिन के फाउंडर सुभाष दांडेकर का निधन : प्रतिष्ठित स्टेशनरी ब्रांड कैमलिन के फाउंडर सुभाष दांडेकर का निधन हो गया। वे 86 वर्ष के थे। वे जापानी कंपनी कोकुयो को अपना ब्रांड बेचने के बाद कोकुयो कैमलिन के मानद अध्यक्ष के रूप में कार्यरत थे।

- सुभाष दांडेकर को लोग दादासाहेब दिगंबर दांडेकर के नाम से बुलाते थे।
- कैमलिन की स्थापना सन् 1931 में दो भाइयों डीपी दांडेकर और जीपी दांडेकर ने की थी।
- कंपनी को तब दांडेकर एंड कंपनी के नाम से जाना जाता था।
- कंपनी को 1946 में एक निजी कंपनी के रूप में मान्यता दी गई।
- साल 1998 में इसे एक सार्वजनिक लिमिटेड कंपनी में बदल दिया गया।
- 1960 में सुभाष दांडेकर के नेतृत्व में कंपनी स्टेशनरी प्रोडक्ट्स के अलावा आर्ट मैटेरियल भी बनाने लगी और इसका नाम बदलकर कैमलिन कर दिया गया।
- 1988 में कंपनी का नाम कैमलिन लिमिटेड रखा गया।
- 2011 में, एक प्रमुख जापानी स्टेशनरी निर्माता कोकुयो कंपनी ने कैमलिन में 50% से अधिक हिस्सेदारी खरीद ली। इस डील से भारत में कोकुयो प्रोडक्ट्स के एंट्री मिली।
- वहीं, कैमलिन ने अन्य देशों में विस्तार किया।
रैंक एंड रिपोर्ट (RANK & REPORT)
3. 2023 में भारत में बच्चों के टीकाकरणों की दर 2022 के मुकाबले कम : 16 जुलाई को जारी WHO-UNICEF की रिपोर्ट के अनुसार, साल 2023 में भारत में बच्चों के टीकाकरण की दर 2022 के मुकाबले कम रही। साल 2020 में कोविड 19 महामारी के चलते टीकाकरण दरों में तेजी से गिरावट आई थी। इसका असर 2021 में भी देखा गया था। लेकिन, 2022 में टीकाकरण की दरों में सुधार दर्ज किया गया था।

भारत उन देशों में शामिल है जहां शून्य खुराक पाने वाले बच्चों की संख्या सबसे अधिक है।
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और UNICEF की एक रिपोर्ट बताती है कि कोविड महामारी के बाद लगभग सभी टीकों के मामले में भारत ने वर्ष 2022 में अपनी टीकाकरण दरों में सुधार किया था।
- हालांकि साल 2023 में टीकाकरण की दरों मे कमी आई है।
- दो बीमारियों के विरुद्ध शून्य खुराक पाने वाले बच्चों वाले मामले में भारत उन देशों में शामिल हैं जहां ऐसे बच्चों की संख्या सबसे अधिक है।
- साल 2023 में कोई टीका नहीं लगवाने वाले बच्चों की दूसरी सबसे बड़ी संख्या भारत में है।
- भारत के लगभग 16 लाख बच्चों को शून्य खुराक नहीं मिली है।
- ये नाइजीरिया के बाद दूसरे स्थान पर है, जहां 21 लाख बच्चों को कोई टीका नहीं लगा था।
- 2022 में भारत में वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक 27.3 लाख शून्य खुराक वाले बच्चे दर्ज किए गए थे।
- यूनाइटेड नेशन्स चिल्ड्रेन्स फंड यानी UNICEF की स्थापना संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 11 दिसंबर, 1946 को हुई थी।
- इसे हिंदी में संयुक्त राष्ट्र बाल कोष कहते हैं।
- पूर्व में इसे यूनाइटेड नेशन्स इंटरनेशनल चिल्ड्रेन्स फंड कहा जाता था।
- पोलैंड के डॉक्टर लुडविक रॉश्मन ने यूनिसेफ का गठन करने में प्रमुख भूमिका निभाई थी।
- यूनिसेफ को साल 1965 में नोबेल शांति पुरस्कार, साल 1989 में इंदिरा गांधी शांति पुरस्कार और साल 2006 में प्रिंस ऑफ अस्तुरियस अवॉर्ड मिला था।
अपॉइंटमेंट (APPOINTMENT)
CSIR चीफ कलईसेलवी को दो साल का एक्सटेंशन मिला : वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) की डायरेक्टर जनरल नल्लाथम्बी कलईसेलवी को मंगलवार, 17 जुलाई को दो वर्ष का सेवा विस्तार मिला है। इन्हें अगस्त 2022 में इस पद पर नियुक्त किया गया था।

- शेखर मांडे की रिटायर्ड होने के बाद कलईसेलवी को CSIR का महानिदेशक बनाया गया था।
- कलैसेलवी ने CSIR में उच्च पदों पर कार्य किया है।
- फरवरी 2019 में केंद्रीय विद्युत-रसायन अनुसंधान संस्थान यानी CSIR-CECRI का नेतृत्व करने वाली पहली महिला वैज्ञानिक थीं।
- तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले के एक छोटे से शहर अम्बासामुद्रम की रहने वाली हैं।
- इनकी शोध रुचियों में लिथियम और उससे आगे की लिथियम बैटरी, सुपरकैपेसिटर और ऊर्जा भंडारण और इलेक्ट्रोकैटेलिटिक एप्लिकेशन्स के लिए अपशिष्ट से बने इलेक्ट्रोड और इलेक्ट्रोलाइट्स शामिल हैं।
- वे अभी व्यवहार्य सोडियम-आयन/लिथियम-सल्फर बैटरी और सुपरकैपेसिटर के विकास में लगी हुई हैं।
- कलैसेलवी ने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए राष्ट्रीय मिशन में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके नाम 125 से अधिक शोध पत्र और छह पेटेंट हैं।
- वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) भारत का सबसे बड़ा अनुसंधान एवं विकास संगठन है।
- CSIR एक अखिल भारतीय संस्थान है, जिसमें 37 राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं, 39 दूरस्थ केंद्रों, 3 नवोन्मेषी परिसरों और 5 इकाइयों का एक सक्रिय नेटवर्क शामिल है।
- इसकी स्थापना सितंबर 1942 में है और हेडक्वार्टर नई दिल्ली में है।
इंटरनेशनल (INTERNATIONAL)
रवांडा के राष्ट्रपति के रूप में चौथी बार चुने गए पॉल कागामे : 16 जुलाई को पॉल कागामे रवांडा के राष्ट्रपति के रूप में चौथी बार चुने गए। रवांडा के राष्ट्रीय चुनाव आयोग के अनुसार, राष्ट्रपति पॉल कागामे ने 99 प्रतिशत वोट हासिल करके चौथी बार देश का राष्ट्रपति चुनाव जीत लिया है। 15 जुलाई 2024 को देर शाम तक 79 फीसदी वोटों की गिनती हो चुकी थी।

- इससे पहले 2017 में हुए पिछले राष्ट्रपति चुनाव में भी पॉल कागामे 99 प्रतिशत वोटों के साथ जीत हासिल की थी।
- 1994 में, पॉल कागामे ने एक विद्रोही समूह के प्रमुख के रूप में देश की सत्ता पर कब्जा कर लिया और सरकार का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया।
- साल 1994 से 2000 तक देश के उपराष्ट्रपति थे।
- पॉल कागामे पहली बार साल 2000 में देश के राष्ट्रपति चुने गए थे।
- 2015 में,संविधान में संशोधन कर राष्ट्रपति का कार्यकाल सात साल कर दिया गया।
- इसके बाद राष्ट्रपति का कार्यकाल पांच वर्ष यानी अधिकतम दो कार्यकाल का होगा।
- रवांडा पूर्वी मध्य अफ्रीका का एक देश है।
- इस देश को हजारों पहाड़ियों की भूमि के रूप में भी जाना जाता है।
- यह उप-सहारा अफ्रीकी क्षेत्र का हिस्सा है।
- इसकी राजधानी किगाली है और यहां की मुद्रा रवांडा फ्रैंक है।
आज का इतिहास (TODAY’S HISTORY)
17 जुलाई का इतिहास : 1948 में आज के दिन भारत में महिलाओं को भारतीय प्रशासनिक सेवा और भारतीय पुलिस सेवा समेत सभी सार्वजनिक सेवाओं में भर्ती होने की पात्रता मिली। इससे पहले तक इन सेवाओं पर सिर्फ पुरूषों का अधिकार था।

- 1489: निजाम खान को सिकंदर शाह लोदी द्वितीय के नाम से दिल्ली का सुल्तान घोषित किया गया।
- 1712: इंग्लैंड, पुर्तगाल और फ्रांस ने युद्धविराम संधि पर हस्ताक्षर किए।
- 1850: हार्वर्ड वेधशाला ने तारे का पहला फोटोग्राफ लिया।
- 1893: इंग्लैंड के आर्थर श्रेव्सबरी टेस्ट क्रिकेट में 1000 रन बनाने वाले पहले क्रिकेटर बने।
- 1919: यूरोपीय देश फिनलैंड में संविधान को स्वीकृति प्रदान की गई।
- 1995: फोर्ब्स पत्रिका ने माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स को दुनिया का सबसे अमीर आदमी घोषित किया।