क्राइम रिपोर्टर | जोधपुर जिला पश्चिम के बोरानाडा सर्किल में अवैध बजरी खनन को लेकर लगातार कार्रवाई का दौर जारी है। तीन थानों की पुलिस ने शुक्रवार को अवैध बजरी माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की। जिसमें लूणी थाना पुलिस ने खातेदार की जमीन पर भंडारण की गई 90 टन अवैध बजरी को जब्त किया। साथ ही जमीन के मालिक के खिलाफ धारा 177 में मामला दर्ज किया। इसी तरह बोरानाडा और कुड़ी भगतासनी थाना पुलिस ने दो अवैध बजरी से भरे डंपर जब्त कर दो मामले दर्ज किए। अवैध बजरी को लेकर लगातार सामने आ रहे मामलों को गंभीरता से लेते हुए पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह और डीसीपी (पश्चिम) राजेश कुमार यादव के निर्देश पर एडीसीपी (पश्चिम) निशांत भारद्वाज और एसीपी (बोरानाडा) नरेंद्र सिंह देवड़ा के सुपरविजन में बोरानाडा थानाधिकारी शकील अहमद, कुड़ी भगतासनी थानाधिकारी राजेंद्र चौधरी और लूणी थानाधिकारी हुकम सिंह ने कार्रवाई की। कुड़ी थाना पुलिस ने अवैध बजरी से भरे डंपर को जब्त कर आरोपी कापरड़ा के हिंगाणिया निवासी ठाकरराम (22) को गिरफ्तार किया। इसी तरह बोरानाडा थाना पुलिस ने नारनाडी फांटा के पास अवैध बजरी परिवहन करते हुए डंपर को जब्त कर आरोपी फलोदी के भोजासर स्थित हाजी सागर निवासी अब्दुल जब्बार (26) को गिरफ्तार किया। लूणी थाना पुलिस ने भी तहसीलदार देवाराम और खनन विभाग अजीत सिंह राठौड़ के साथ मिलकर संयुक्त रूप से कार्रवाई की। जहां नदी से खनन कर रखे 90 टन बजरी के स्टॉक को जब्त कर गुड़ा विश्नोइयान निवासी अर्जुनराम (50) और भभूतराम (60) को गिरफ्तार किया। जिस खातेदार की जमीन पर अवैध बजरी स्टॉक कर रखी गई थी। उसके मालिक के खिलाफ धारा 177 के तहत मामला दर्ज किया। 6 माह में 14 मामले दर्ज, 51 आरोपी गिरफ्तार लूणी थानाधिकारी हुकम सिंह ने बताया कि 6 महीने में लूणी पुलिस ने अवैध बजरी माफियाओं पर लगातार कार्रवाई की है। इसमें 14 मामले दर्ज कर 51 आरोपी गिरफ्तार किए हैं। साथ ही 91 वाहनों को भी जब्त किया है। इसमें 13 आरोपियों को अवैध बजरी खनन के मामलों में गिरफ्तार किया है। जबकि 38 को शांतिभंग में गिरफ्तार किया गया है। अवैध बजरी खनन के मामलों में 12 वाहनों को जब्त किया है। 48 वाहनों को एमवी एक्ट में जब्त किया गया है। इसी तरह 14 वाहनों को 38 पुलिस एक्ट में गिरफ्तार किया है। साथ ही अवैध बजरी परिवहन को एस्कॉर्ट करने वाले 17 वाहनों को भी जब्त किया है। इससे पुलिस ने खनन विभाग को जुर्माने से 65 लाख रुपए की आय करवा दी है। डंपर पर 4-5 लाख जुर्माना, ट्रैक्टर पर 1.20 लाख रुपए अवैध बजरी माफिया भारी भरकम जुर्माने से बचने के लिए ट्रेक्टर-ट्रॉली से अवैध खनन का रास्ता निकाला। क्योंकि अवैध बजरी के साथ पकड़े जाने डंपर पर 4 से 5 लाख रुपए का जुर्माना लगता है। अगर यदि यहीं डंपर दुबारा पकड़ा जाए तो जुर्माना राशि बढ़कर 12 से 13 लाख रुपए हो जाती है। जबकि ट्रेक्टर-ट्रॉली के एक बार में अवैध बजरी के साथ पकड़े जाने पर पहली बार में केवल 1.20 लाख रुपए और दुबारा पकड़े जाने पर 3 लाख रुपए जुर्माने का प्रावधान है। अवैध बजरी माफियाओं को नाकाबंदी और गश्त का समय पता है। इसके चलते उन्होंने अवैध बजरी खनन का समय बदल लिया। सुबह 6 से 9 बजे के तक नाकाबंदी और गश्त नहीं रहती। इसी का बजरी माफिया फायदा उठाते हैं। इस 6 से 9 बजे के समय के बीच ट्रैक्टर और ट्रॉली को अवैध बजरी खनन के लिए लूणी नदी भेजा जाता है। जो लूणी नदी से कच्चे रास्ते होते हुए पेड़ों के नीचे या झाड़ियों में अवैध बजरी का भंडारण कर देते हैं। हर ट्रिप के ट्रेक्टर चालकों को 1500 से 2000 रुपए देते हैं। तीन ट्रॉली बजरी से एक डंपर भरता है। इसके बाद रात को मौका देखकर डंपर भरकर अवैध बजरी परिवहन करते हैं। जब रात को पुलिस की नाकाबंदी नजर आती है तो अंधेरे में डंपर छुपा देते हैं। मौका मिलते ही एस्कॉर्ट कर डंपर वहां से निकाल लेते हैं।