कोतवाली थाना क्षेत्र से एक नाबालिग को बहला-फुसलाकर ले जाने का मामला दर्ज होने के एक महीने बाद भी पुलिस लड़की बरामद नहीं कर सकी। यह स्थिति तो तब है जब बालिका के माता-पिता ने उनकी बेटी को ले जाने वाले आरोपी के साथ उसके परिजनों के मोबाइल नंबर पुलिस को दिए। परिजनों ने कहा- एक सप्ताह में उनकी बेटी वापस नहीं मिली तो मजबूरन उन्हें अनशन पर बैठना पड़ेगा। जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र की एक महिला ने थाने में मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट में बताया- 17 जून 2024 को उसकी नाबालिग बेटी को दिलीप पुत्र मांगी लाल मूंगिया निवासी सुभाष नगर बहला फुसलाकर ले गया, जिसकी रिपोर्ट 18 जून को कोतवाली थाने में दर्ज करवाई थी। इस घटना के एक महीना गुजरने के बावजूद कोतवाली पुलिस उसकी बेटी को खोजना तो दूर की बात रही उनके परिवार को किसी तरह की कोई संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं दे रही है। परिजनों ने बताए कि उनकी बेटी की जन्म तिथि 19 जुलाई 2007 है, जोकि अब 17 साल की पूरी हुई है। वे जब भी कोतवाली थाने जाते हैं तो पुलिस का एक ही जवाब मिलता है जांच चल रही है। परिजनों ने सिरोही कलेक्टर और एसपी को लेटर देते हुए कहा कि अगर उनकी बेटी उन्हें नहीं दी जाती है तो वे 7 दिन के बाद आमरण अनशन पर बैठने के लिए बाध्य होंगे।