बाड़मेर शिव के विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने पुजारी का पे-ग्रेड बढ़ाकर 30 हजार रुपए करने की मांग की है। साथ ही भाटी ने मंदिरों में सुरक्षा को लेकर बंदोबस्त करने, पशुओं के लिए ओरण और गोचर भूमि का संरक्षण करने की भी मांग की है। बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए रविंद्र भाटी ने कहा- देवस्थान के मामले में पश्चिमी राजस्थान हमेशा आग रहा है। चाहे नाकोड़ा, जसोल, गरीबनाथ, ख्याला मठ सहित बहुत सारे देव स्थान और मठों का संगम रहा है। मैंने सरकार से मांग कि है कि किराडू, देवका सहित देव स्थानों जो क्षत-विक्षत हो रहे उन्हें डवलप करना चाहिए। साथ ही साथ तमाम पुजारी है। आज के समय उनको पे-ग्रेड जो मिल रहा है। उनकी सैलेरी बढ़ाकर कम से कम 30 हजार रुपए करनी चाहिए। मंदिरों में सुरक्षा को लेकर कोई माकूल व्यवस्था नहीं की हुई है। सरकार से मांग की है कि सुरक्षा पर भी ध्यान दें। विधायक ने कहा- हम आयुर्वेद, होम्योपैथिक सहित अन्य पद्धतियों से पिछड़ते जा रहे हैं भाटी ने आयुर्वेदिक चर्चा पर तंज कसते हुए कहा- आयुर्वेद देवों से मिली हुई पद्धति है। मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि मैंने आज दिन तक आयुर्वेद का हॉस्पिटल नहीं देखा। जिस पद्धति की हम बात करते हैं आज के समय में अगर किसी में कमजोर है तो उसी में हैं। आज के में कोई वेद नहीं है। एक समय था आयुर्वेद में विश्व में अपनी अलग छाप रखा करते थे। आज के समय में सबसे कमजोर वहीं हो गए। होम्योपैथिक हो या कोई दूसरी पद्धतियां हो, चिकित्सा को लेकर हम दिन-ब-दिन पिछड़ते जा रहे हैं। भाटी ने सरकार पर तंज, पशुधन को बढ़ाएंगे लेकिन आधे से ज्यादा पद खाली पड़े भाटी ने कहा कि पशुपालन आधारित पश्चिमी राजस्थान की बात करें तो मेरे क्षेत्र में पशु स्वास्थ्य विभाग में आधे से ज्यादा सीटें खाली पड़ी है। सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि एक तरफ बात कर रहे है कि पशुधन को बढ़ाएंगे। रख-रखाव के लिए कोई बंदोबस्त नहीं है। पूर्ववर्ती सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने कुछ किया नहीं तभी यह स्थितियां बनी है। हमें मिलकर सामूहिक प्रयास परिवर्तन लाना होगा। विधायक ने कहा- ओरण और गोचर पूरी तरीके से खत्म हो चुके हैं, उसको बचाना जरूरी भाटी ने कहा- पहले के समय में पशुओं के लिए गोचर छोड़ा करते थे। गायों के विचरण के लिए अलग से जगह छोड़ा करते थे। आज ओरण और गोचर पूरी तरीके से खत्म हो चुके हैं। हमें उसकी चिंता करनी पड़ेगी। हमें गोवंश को बचाने के लिए उन नस्लों के संरक्षण के लिए हमें मिलकर प्रयास करने पड़ेंगे। आज थारपारकर जैसी नस्लें वो दिन ब दिन गायब होती जा रही है। राज्य पशु ऊंटों को बढ़ावा देने के लिए बात कर रहे है लेकिन उसके लिए प्रयास अभी तक एक भी नहीं हुआ है। यह हमारे सभी के लिए पीड़ा की बात है। भाटी ने कहा- प्रदेश बिजली संकट से जूझ रहा है भाटी ने कहा- हमारे इलाके में ओरण और गोचर भूमि बहुत ज्यादा है। आज के समय में मल्टी स्टेट कंपनियों की नजर उन जमीनों पर है। उन पशुओं और ओरण गोचर के लिए पशुधन को बचाना जरूरी है। मुझे लगता है कि आने वाले रिवाइज बजट में इन तमाम मुद्दों पर वापस एक बार चर्चा की जाएगी। एक विशेष पैकेज दिया जाएगा। भाटी ने कहा कि बिजली संकट बहुत बड़ा है आज के समय में प्रदेश बिजली के संकट से जूझ रहा है। वेस्टर्न राजस्थान बाड़मेर और शिव उस अंधेरे में है। हमारी मांग है कि मुख्यमंत्री और मंत्री जी से कि आप यह अघोषित कटौती बंद करें। लोगों को पूरी बिजली दें। तमाम समस्याओं का जल्द निस्तारण करें। भाटी ने सदन में तकनीकी कर्मचारी की करंट लगने से हुई दर्दनाक मौत का मुद्दा उठाया विधानसभा में शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी ने शिव विधानसभा के अजबपुरा क्षेत्र के हाथमा गांव में एक दिल दहला देने वाले हादसे का मुद्दा उठाया। जिसमें तकनीकी कर्मचारी संतराम की करंट लगने से दर्दनाक मौत हो गई। भाटी ने इस हादसे को जीएसएस ठेकेदार एवं एफआरटी की गंभीर लापरवाही का परिणाम बताया। रविन्द्र सिंह भाटी ने भावुक होकर कहा कि संतराम एक समर्पित कर्मचारी था, जो अपनी ड्यूटी निभाते हुए इस भयावह हादसे का शिकार हुआ। उन्होंने सरकार से मांग की कि दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो सकें। भाटी ने सरकार पर जोर देते हुए कहा कि संतराम के परिवार को उचित मुआवज़ा मिलना चाहिए, ताकि वे इस कठिन समय में थोड़ा संबल पा सकें।