अलवर में सिलीसेढ़ से जयसमंद बांध में आने वाले पानी की राह में बड़े रोड़े बने होटल, रेस्टोरेंट, चारदीवारी व प्लॉटिंग को UIT, राजस्व व सिचाई विभाग की टीम ने मिलकर चिह्नित कर लिया है। अब तीन दिन में इन पर बुलडोजर चल सकता है। ये सिलीसेढ़ की पाल से जयसमंद की तरफ करीब 4 KM के एरिया में चिह्नित किए गए हैं। जिनमें सबसे बड़ा अतिक्रमण नटनी हैरिटेज नाम से बन रहे निर्माणाधीन होटल का है। जो नाले के ऊपर भी बना दिया गया। जबकि यहां मुख्य रोड तक पानी आता है। ऐसे अनेक निर्माण हैं। जिन्होंने पानी को राेक दिया है। SDM प्रतीक जुईकर के अनुसार 7 दिन का नोटिस देकर आगे कार्यवाही की जाएगी। सिंचाई विभाग केJEN शशि मीना ने बुधवार को यूआईटी व राजस्व विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों की टीम को लेकर भौतिक सत्यापन किया। बहाव क्षेत्र में दीवार लगाकर बने फॉर्म भी चिह्नित कर लिए गए हैं। करीब 16 अतिक्रमण माने गए हैं। बाकी अभी छोटे अतिक्रमण भी चिह्नित होने हैं। ये सब बड़े अतिक्रमण हैं। सबसे बड़ा अतिक्रमण निर्माणाधीन हेरिटेज होटल के नाम से निर्माणाधीन होटल का है। उसके बगल में बड़ा फॉर्म हाउस है। जिसने पूरी जगह पर दीवार लगा दी है। इन दोनों के बीच में बड़ी अवैध प्लॉटिंग होने वाली है। जिसके बीचों बीच कच्ची रोड बना दी है। ये तीनों सबसे बड़े अवैध निर्माण हैं। जिनको पूरी तरह से हटाया जाएगा। असल में यहां तो रोड के किनारे तब नाले का बहाव का पानी आता है। दो रेस्टोरेंट पाल के पास दो रेस्टारेंट सिलीसेढ़ की पाल के पास बने हैं। ये भी बहाव क्षेत्र में रोड़ा हैं। इनको भी चिह्नित किया गया है। एक रेस्टोरेंट में तो वन भूमि भी आती है। जंगल लेप के नाम से रेस्टोरेंट हैं। एक अमन बाग के नाम से रेस्टोरेंट हैं। इनको भी चिह्नित किया गया है। देसी ठाट व आसपास का दुबारा सर्वे होगा उच्च अधिकारियों को देसी ठाट होटल के डूब क्षेत्र में बने होने की शिकायत की है। इसको लेकर सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यहां दुबारा से सर्वे होगा। होटल संचालक ने सब विभागों से एनओसी लेना बताया है। लेकिन दुबारा से जांच करा सकते हैं। वहीं कुछ लोगों ने यह भी शिकायत की है कि बांध के बगल में बने होटल व रेस्टोरेंट ने अंदर मिट्टी डालकर बांध को भरा है। ताकि उनका हिस्सा ऊपर हो और पानी कम भर सके। इस विषय पर भी जांच कर आगे कार्यवाही की जा सकती है।