स्वच्छता सर्वेक्षण से पहले नगर निगम हेरिटेज एक्टिव मोड में आ गया है। मेयर कुसुम यादव शहर की सफाई व्यवस्था का जायजा लेने के लिए गुरुवार को शहर के औचक निरीक्षण पर निकाली। इस दौरान जगह – जगह गंदगी और अतिक्रमण देख मेयर ने अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई। इसके साथ ही वार्ड 63 के सेनेटरी इंस्पेक्टर को एपीओ भी कर दिया। दरअसल, शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर मेयर कुसुम यादव को पिछले काफी दिनों से शिकायत मिल रही थी। जिसके बाद गुरुवार को वह शहर के औचक निरीक्षण पर निकली। उन्होंने अपने दौरे की शुरुआत जयपुर के सिंधी कैंप इलाके से की। जहां बड़ी संख्या में फुटकर व्यापारियों के साथ ही दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा था। वहीं सड़कों पर गंदगी का अंबार लगा हुआ था। जिसे देख मेयर ने निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को जमकर लताड़ लगाई। इसके साथ ही उन्होंने अवैध अतिक्रमण को हटाने के और दुकानों के बाहर अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ चालान की कार्रवाई के भी आदेश दिए गए हैं। सिंधी कैंप इलाके के साथ ही मेयर ने नाहरगढ़ रोड, बाबा हरिशचंद्र मार्ग, किशनपोल बाजार, सोखियों के रास्ते, झालानियों के रास्ते के साथ ही परकोटे के प्रमुख बाजारों का औचक निरीक्षण किया। जहां जगह – जगह गंदगी का ढेर देखने को मिला। इस पर मेयर ने स्थानीय व्यापारियों से बातचीत कर उन्हें दुकानों के बाहर डस्टबिन रखना का आग्रह किया है। वहीं शहर की सफाई और स्वच्छता कार्यों में लापरवाही बरतने पर वार्ड 63 के सेनेटरी इंस्पेक्टर राजेश आनौरिया को एपीओ किया है। मेयर कुसुम यादव ने कहा कि जयपुर में जल्द ही स्वच्छता सर्वेक्षण शुरू होने जा रहा है। बावजूद इसके नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा शहर को स्वच्छ रखने में लापरवाही की जा रही है। जिसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो भी कर्मचारी या अधिकारी शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर कोताही बरतेगा। उसके खिलाफ सख्त से सख्त एक्शन लिया जाएगा।