गली में खड़ी गाड़ी हटाने की बात को लेकर हुई मामूली कहासुनी में युवक की दिनदहाड़े चाकू से हमला कर हत्या करने के मामले में पुलिस को करीब दो माह बाद आरोपी को पकड़ा है। बालोतरा डीएसटी टीम ने गुजरात के थराद जिले में एक रसोड़े में रुके हिस्ट्रीशीटर आरोपी हर्षदान को गिरफ्तार किया।
इसे गुरुवार को न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपी की गिरफ्तारी के साथ ही कलेक्ट्रेट कार्यालय के आगे खेड़ रोड पर चल रहा धरना चार दिन बाद समाप्त किया गया। फरारी के दौरान आरोपी कई दिनों तक हरिद्वार में मठ-मंदिरों में रुका। इसके बाद महाकुंभ में साधु-संतों के डेरों के बीच में रहा। वहीं दो-तीन दिन पहले ही आरोपी गुजरात के थराद जिले में वाव कस्बे के पास सातलपुर रोड़ पर बने अलखनो ओटलो नाम के धार्मिक स्थल में रुका हुआ था। इस पर डीएसटी टीम ने आईजी की साइक्लोनर टीम के साथ सामंजस्य रखते हुए तकनीकी सहायता से आरोपी तक पहुंचकर उसे दबोचा। आरोपी जिला स्तर की टॉप-10 में वांछित व 25 हजार का इनामी था। शहर के नेहरू कॉलोनी इलाके में 10 दिसंबर की दोपहर को असाड़ा निवासी विशनाराम मेघवाल एक मकान में आयोजन के बाद लगा लगा टेंट खोल रहा था। इस दौरान राह से गुजर रहे हर्षदान पुत्र चंद्रदान चारण निवासी महादेव कॉलोनी बालोतरा की युवक से गली में खड़ी गाड़ी को साइड में हटाने की बात काे लेकर मामूली कहासुनी हो गई। इस पर आरोपी हर्षदान ने गाड़ी से नीचे उतरकर युवक पर चाकू से हमला कर दिया। इसमें हार्ट पर चाकू का वार लगने से युवक गंभीर घायल हो गया। इसे देखकर आरोपी मौके से अपनी कार में सवार होकर भाग गया। आस-पास के लोगों ने लहुलुहान हालत में युवक को राजकीय नाहटा अस्पताल पहुंचाया, जहां से रेफर करते समय पचपदरा पहुंचने से पहले की युवक ने दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया। परिजनों सहित सर्वसमाज के लोगों ने मोर्चरी के आगे धरना देकर विरोध जताया। करीब तीन दिन तक चले गतिराेध के बाद पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश व पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने के आश्वासन के बाद शव उठाने पर सहमति बनी। आराेपी के खिलाफ पूर्व में बालोतरा, बिलाड़ा, महामंदिर जोधपुर, समदड़ी, पचपदरा थाने में जानलेवा हमला, मारपीट, एससी/एसटी एक्ट सहित विभिन्न धाराओं में 17 प्रकरण दर्ज है। थराद के वाव में अलखनो ओटलो स्थल पर छिपा था आरोपी वारदात के बाद आरोपी हिस्ट्रीशीटर हर्षदान चारण उसी वक्त शहर से फरार हो गया था। नेहरू कॉलोनी में घटना के बाद वह नया बस स्टैंड होते हुए धवा के रास्ते जोधपुर की तरफ गया। जहां खाटावास में अपनी फॉरच्यूनर छोड़ने के बाद अन्य साथी को बुलाकर पाली की तरफ भाग गया। जहां से वह गुजरात होते हुए हरिद्वार चला गया। हरिद्वार से मथुरा, नंदगांव, गौरी कुंड पर अलग-अलग मंदिर व मठ में रहा। यहां से आरोपी प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में पहुंचा, जहां साधु-संतों के साथ उनके टेंट में रहकर फरारी काटी। दो-तीन दिन पहले ही आरोपी ट्रेन से गुजरात अहमदाबाद होते हुए थराद जिले में पहुंचा। जहां वाव कस्बे से करीब 7-8 किलोमीटर दूर सातलपुर रोड पर स्थित अलखनो ओटलो धार्मिक स्थल पर आकर रहने लगा। डीएसटी टीम ने तकनीकी सहायता व मुखबिर की सूचना पर मौके पर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार किया। “शहर में 10 दिसंबर को युवक विशनाराम की हत्या करने के बाद आरोपी लगातार अपने ठिकानों को बदल-बदलकर फरारी काट रहा था। घटना को लेकर लोगों में भी काफी आक्रोश था। आरोपी काफी शातिर है, इसलिए इसे पकड़ने में थोड़ा टाइम लगा। बुधवार को आरोपी काे गुजरात के थराद जिले के समीप एक धार्मिक स्थल से पकड़ा।” – हरिशंकर यादव, एसपी, बालोतरा।