पाली में गुरुवार को गैस सिलेंडर ने अचानक आग लग गई। पास बैठे मां-बेटी उसकी चपेट में आ गई। महिला के पति ने तुरंत हिम्मत दिखाते हुए जलते हुए सिलेंडर को घर से बाहर फेंका। ऐसे में बड़ा हादसा टल गया। इस हादसे में मां-बेटी बुरी तरह झुलस गई और गैस सिलेंडर बाहर फेंकने वाला उनका पति भी झुलस गया। गनीमत रही कि युवक ने समय रहते हिम्मत दिखाते हुए सिलेंडर को घर से बाहर फेंक दिया वरना बड़ा हादसा हो जाता। घटना पाली शहर के औद्योगिक नगर थाना क्षेत्र के राजेंद्र नगर में गुरुवार सुबह 6.30 बजे हुई। शाबिर खान (40) ने बताया- मेरी पत्नी गुड़िया (35) चाय बना रही थी। पास में 10 साल की बेटी सनम बैठी थी। कुछ ही दूरी पर मैं बैठा था। इस दौरान अचानक गैस चूल्हे के पाइप में आग लग गई जो सिलेंडर तक पहुंच गई। आग की लपटें पत्नी गुड्डी और बेटी सनम के कपड़ों तक पहुंच गई। पति शाबिर ने तुरंत जलते हुए सिलेंडर को उठाकर बाहर फेंका और पत्नी और बेटी पर पानी डालकर आग को बुझाया। इतने में मोहल्लेवासी एकत्रित हो गए और दमकलकर्मी भी पहुंच गए। शाबिर ने बताया- हादसे में पत्नी और बेटी बुरी तरह झुलस गए। जिसका पाली के बांगड़ हॉस्पिटल के बर्न वार्ड में उपचार जारी है। जलता हुआ सिलेंडर बाहर फेंकने के दौरान मेरा चेहरा और हाथ भी झुलस गए। पत्नी और बेटी 25 फीसदी झुलस गए। मैं हाईवे पर किसान केसरी पेट्रोल पम्प के पास गाड़ियों की रेडियम प्लेट बनाने का काम करता हूं। घटना के समय दो बच्चे दूसरे कमरे में सो रहे थे। इसलिए वे बच गए। हादसे में घर की वायरिंग और घरेलू सामान भी जल गया।