विधानसभा में बुधवार को लोकायुक्त के प्रतिवेदन पर बहस के दौरान विपक्षी विधायकों ने लोकायुक्त को और अधिकार देने की मांग उठाई। पूर्व मंत्री और आरएलडी विधायक सुभाष गर्ग ने कहा कि लोकायुक्त को ईडी और सीबीआई की तरह छापे डालने और सीज की कार्रवाई का अधिकार मिलना चाहिए। लोकायुक्त की खुद की पुलिस हो। जिन राज्यों में मजबूत लोकायुक्त है उन राज्यों की स्टडी करनी चाहिए। गर्ग ने कहा- सभी एजेंसियों को सरकार से स्वतंत्र होना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने इसे लेकर आदेश भी दिए हैं। जांच एजेंसियों पर सरकार का दखल होने से इनका काम स्वतंत्र नहीं रह पाता है। कोचिंग सेंटरों को भी लोकायुक्त के दायरे में लाना चाहिए। बेसमेंट में कोचिंग चलाना भी एक तरीके का करप्शन है। कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने कहा कि राजस्थान का लोकायुक्त दंतविहीन (बिना दांत का) है, इसको और ज्यादा अधिकार दिए जाने चाहिए, ताकि लोकतंत्र में भ्रष्टाचार को रोका जा सके। शर्मा ने कहा- बीजेपी ने अन्ना हजारे के साथ मिलकर नाटक किया था। मनमोहन सिंह जैसे ईमानदार प्रधानमंत्री को बदनाम करने का अभियान चलाया। अन्ना हजारे को आगे करके जिस तरह सरकार को बदनाम किया, अब उस मुद्दे का क्या हुआ? मजबूत लोकपाल की मांग कहां गई? लोकायुक्त में क्या परिवर्तन कर दिया, कौन सा नया कानून बना दिया, कौन सा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा दिया। इससे पहले प्रश्नकाल के दौरान स्पीकर वासुदेव देवनानी ने अजमेर की पानी की समस्या पर सवाल उठाते हुए मंत्री को नसीहत दी। जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी बीजेपी विधायक अनिता भदेल के अजमेर शहर से जुड़ी पानी की समस्या पर पूछे गए पूरक सवाल का जवाब दे रहे थे। इसी बीच स्पीकर वासुदेव देवनानी ने कहा- मंत्रीजी, अजमेर शहर का मुद्दा है। अभी चार-पांच दिन में पानी आ रहा है, इस समस्या का जल्द समाधान करेंगे तो अजमेर की जनता आपको याद करेगी। स्पीकर की नसीहत पर जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने कहा- जब से हमारी सरकार आई है, तब से ठीक करने का प्रयास किया है। पुराना सिस्टम चला आ रहा है, पहले 72 घंटे में पानी देने का सिस्टम था, हमने अब 48 घंटे कर दिया है। इस पर स्पीकर ने कहा कि पानी के पंप खराब हो रहे हैं, पाइपलाइन भी रोज टूट रही है। इसका समाधान करवाइए। स्पीकर के पानी की समस्या उठाने पर कांग्रेस विधायकों ने कहा कि स्पीकर ने भी अब साफ कर दिया है कि सरकार पानी देने में विफल है।