श्रीगंगानगर के जैतसर और आसपास के गांवों में शुक्रवार रात और शनिवार सुबह भारी बारिश हुई। इससे किसानों को दोहरा नुकसान सहना पड़ा। तेज हवा के कारण गेहूं की फसल खेतों में लेट गई और कटी हुई सरसों की फसल भीग गई। वहीं, बारिश रबी की फसल के लिए फायदेमंद रही। गेहूं की 1482 और 3077 किस्में सबसे ज्यादा प्रभावित हुई हैं। तेज हवाओं के कारण ये फसलें खेतों में गिर गईं। बालियां जमीन पर बिछ गईं। इससे फसल की गुणवत्ता प्रभावित हुई है। हालांकि, अन्य किस्मों की गेहूं की फसल सुरक्षित है। इनका उत्पादन सामान्य रहने की उम्मीद है। किसान इंद्रजीत सिंह रंधावा के अनुसार यह बारिश रबी फसल के लिए वरदान साबित हुई है। सूरतगढ़ शाखा में पानी नहीं आ रहा था। इस कारण गेहूं की फसल को सिंचाई की जरूरत थी। बारिश ने यह कमी पूरी कर दी है। सरसों की कटी हुई फसल को भी नुकसान हुआ है। खेतों में रखी सरसों की ढेरियां बारिश से भीग गई हैं। किसानों का कहना है कि इन्हें सूखने में एक सप्ताह का समय लगेगा। सूखने के बाद ही वे इन्हें खेत से निकाल पाएंगे। इस तरह बारिश ने किसानों को मिश्रित परिणाम दिए हैं। एक तरफ फसलों को पानी मिला है। दूसरी तरफ तेज हवाओं और बारिश से कुछ फसलों को नुकसान भी हुआ है।