पाली में शनिवार शाम को धानमंडी चौक से श्याम संग होली का आयोजन किया गया। जिसमें ट्रैक्टर-ट्रॉली पर श्याम-बलराम का स्वांग रचकर बैठे युवा दोनों हाथों से गुलाल रूपी खर्ची उड़ाते हुए पूरे रास्ते चलते नजर आए। खर्ची लेने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। जिस-जिस रास्ते से रैली निकली वहां की सड़कें गुलाल से अट गई। श्याम संग होली की शुरुआत शहर की धानमंडी से गाजे-बाजे के साथ हुई। हाथ में ध्वज लिए घुड़सवार अगुआई करते हुए चल रहा था। उसके पीछे-पीछे डीजे पर बजरक भक्ति गीतों पर स्वांग रचे कलाकार नाचते हुए चल रहे थे। धानमंडी से रवाना होकर सोमनाथ, भेरूघाट, पानी दरवाजा, रामवास, बादशाह का झंडा, सर्राफा बाजार होते हुए वापस धानमंडी पहुंचकर श्याम संग होली (गांव शाही गुलाल खर्ची यात्रा) की यात्रा सम्पन्न हुई। पूरे आयोजन के दौरान भारी पुलिस जाप्ता तैनात रहा। संयोजक विनोद पित्ती, कैलाश टवाणी, शिवजी प्रजापत, विधायक भीमराज भाटी, भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील भंडारी, पूर्व सभापति महेंद्र बोहरा, श्याम पंवार, दौलाराम पटेल, अम्बा लाल सोलंकी, रमेश परिहार सहित अन्य मौजूद रहे।
श्याम-बलराम ने लुटाए करोड़ों
यात्रा में ट्रैक्टरों पर सिंहासन पर बैठे श्याम बाबा व बलराम ने पूरी यात्रा के दौरान गुलाल रूपी खर्ची शहरवासियों में जमकर बांटी। आलम यह था कि पूरी सड़कें गुलाल से अट गई। इस गुलाल को पूरे साल तिजोरी में सहेज कर शहरवासी रखते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से व्यापार में बढ़ोतरी होती है और घर में समृद्धि आती है। लोगों ने घरों की छत पर उछाली गुलाल
रास्ते में आने वाले कई घरों पर भी लोग चढ़ गए। वहां से खर्ची मांगी। इस पर उनके लिए श्याम-बलराम बने युवाओं ने कागज की पुड़ियों में गुलाल बांधकर छतों पर फेंकी। जिन लोगों को सीधे खर्ची के रूप में गुलाल नहीं मिला। उन्होंने यात्रा के बाद सड़कों पर पड़ी गुलाल को सहेजा और घर ले गए। यात्रा की अगवानी करने के लिए हर रास्ते पर शहरवासी खड़े रहे। उन्होंने रथ में सजी भगवान की मूर्ति के दर्शन कर खुशहाली की कामना की।
