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राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने आज सरकार पर जमकर निशाना साधा। उदयपुर में उन्होंने कहा- ये (बीजेपी) ड्रामा पार्टी है। सरकार में ब्यूरोक्रेसी हावी है,जहां पर मंत्रियों की सुनी नहीं जा रही है। सरकार अपनी पार्टी के केबिनेट मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा को न तो चुप करा पा रही। न ही पार्टी से हटा पा रही। अनुशासनहीनता के नोटिस का भी कोई असर नहीं है। इस दौरान डोटासरा ने कहा- ‘मेरा घर हमेशा नाथी का बाड़ा बना रहे।’ पीसीसी चीफ ने उदयपुर के सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसके बाद सिटी पैलेस में अरविंद सिंह मेवाड़ के निधन पर संवेदना जताने गए। उनके साथ पूर्व विधानसभा स्पीकर डॉ. सीपी जोशी भी थे जनता किरोड़ी की बात को गंभीरता से नहीं लेती सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए डोटासरा ने किरोड़ी लाल मीणा पर कहा- जयपुर में अक्षय पात्र चौराहे पर सीएम रूट लाइन पर ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले एएसआई सुरेंद्र कुमार की पत्नी को सहायता देने की मांग को लेकर केबिनेट मंत्री डीजीपी के घर जाकर गेट पर खड़ा होकर टक-टक करते है। ये गोविंद डोटासरा नहीं करता है। पहले ही कह देते कि गेट खुला रखना, मैं आ रहा हूं। उन्होंने कहा- जनता अब किरोड़ी की बात को गंभीरता से नहीं लेती है। एक केबिनेट मंत्री को सरकार चुप नहीं करा सकती या छुटटी नहीं कर सकती। उनको अनुशासनहीनता का नोटिस दिया। उसके बाद भी वे एएसआई के परिवार को न्याय की बात हो, फोन ​टेपिंग हो या बजरी पर बोल रहे हैं। किरोड़ी आ टपके, अब पुलिस की मांग पूरी नहीं होगी
पुलिस की हड़ताल पर कहा- इस सरकार में पुलिस और अन्य हर वर्ग के साथ नाइंसाफी हुई है। पुलिस के लोगों को अपनी मांग रखनी चाहिए। सीएम को बड़ा दिल रखकर उनकी मांगों को सुनना चाहिए। डोटासरा बोले- किरोड़ी लाल मीणा इसमें टपक गए। ऐसे में अब पुलिस की छोटी-मोटी मांग भी नहीं मानी जाएगी। एसआई परीक्षा भर्ती का फैसला भी हो जाता लेकिन अटका दिया। सरकार में बड़ा कौन का द्वंद चल रहा है। मंत्री की सीएम और सीएम की मंत्री नहीं मान रहे हैं। ऐसे में ब्यूरोक्रेसी मजे ले रही है। ब्यूरोक्रेसी वाले मंत्रियों को पूछते नहीं है। मंत्रियों को मिलने का समय तक नहीं देते है। कमजोर नेतृत्व में बागडोर आएगी तो फिर ब्यूरोक्रेसी हावी होगी और जनप्रतिनिधि कमजोर होंगे। ऐसे में जनता का समाधान भी कम होगा। लोकतंत्र में प्रजा ही मां-बाप है। नाथी का बाड़ा से देश में लोकप्रिय हो गया डोटासरा ने कहा- ‘नाथी का बाड़ा क्या है’, ये किसी को समझ नहीं आ रहा। वह एक पवित्र स्थल था, जिसमें एक ब्राह्मण की नाबालिग बेटी विधवा हो गई। उसने कहा कि मैं दूसरी शादी नहीं करुंगी। कहीं नहीं जाऊंगी और जहां शादी करके आई हूं। यहीं रहकर इनकी सेवा करुंगी। सेवा का कोई प्रतिफल नहीं लूगी। वो नाथी का बाड़ा है। मैं तो नाथी के बाड़ा से देश में लोकप्रिय हो गया हूं। मैं तो कहता हूं कि मेरा घर हमेशा नाथी का बाड़ा बना रहे। कौन नहीं चाहता कि गरीब की सेवा करुं। यह अलग बात है कि कोई राजनीति में आकर खान ले लेता और कोई पेट्रोल पंप ले लेता है। सीएम देवदर्शन की यात्रा के साथ जनता के भी काम करें डोटासरा ने कहा- पांच साल के लिए पर्ची से सरकार बन गई। सरकार को जनता की सेवा और काम करना चाहिए। जनता ने उनको देवदर्शन की यात्रा के लिए सीएम नहीं बनाया। देवदर्शन यात्रा भी करते रहे लेकिन जनता के लिए भी काम करो। सीएम ने कार्यक्रमों में कितनी घोषणाएं की, सबके सामने है। विधानसभा में नहीं जाने का, समय आने पर खुलासा करूंगा विधानसभा सत्र में नहीं जाने पर बोले- इसका बड़ा कारण है। मैं इसका बाद में खुलासा करुंगा। जब खुलासा करुंगा, तब मीडिया भी तारीफ करेगा। वह निर्णय मात्र विधानसभा चले और जनता के मुददे उठे इसके लिए लिया गया था। इसे नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली से मत जोड़िए। उनसे मेरी कोई नाराजगी नहीं है, हम साथ-साथ है। हम फील्ड में जाना भूल गए डोटासरा ने विधानसभा और उप चुनाव में हार के सवाल पर कहा- कांग्रेस में कमी रह गई। हम फील्ड में जाना भूल गए। हमारे नेता, कार्यकर्ता पहले जनता के बीच में आवाज बनकर काम करते थे, उसमें कमी आई है। उसी वजह से हमारी सरकार नहीं आई। हमारी राज्य व केंद्र में सरकार थी और मंत्री थे वे कांग्रेस से चले गए। ऐसे में मिले हुए और अपने स्वार्थ के लिए चले गए वरना उनको कौन लेता। हम ऐसे लोगों को चिन्हित करेंगे जो पार्टी में पद पर है लेकिन प्रेम किसी और से करते है। कांग्रेस में पद लेकर चुनाव के समय भाजपा की बात करने वालों को अब कांग्रेस से अलविदा कहना ही पड़ेगा।

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