झुंझुनूं नगर परिषद क्षेत्र में प्रस्तावित वार्ड परिसीमन को लेकर कांग्रेस ने गंभीर आपत्तियां जताई हैं। कांग्रेस के झुंझुनूं ब्लॉक अध्यक्ष अजमत अली के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर वार्ड परिसीमन के खिलाफ विरोध दर्ज कराया और इसे जनविरोधी व नियम विरुद्ध बताया। अजमत अली ने कहा कि प्रस्तावित वार्ड परिसीमन में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं की अनदेखी की गई है। नक्शों में न तो मुख्य और पुरानी सड़कों को सही तरीके से दर्शाया गया है और न ही जनगणना के तय ब्लॉक सीमाओं का पालन किया गया है। वार्डों को जिस प्रकार काल्पनिक रेखाओं के जरिए दर्शाया गया है, वह न केवल निदेशालय स्थानीय निकाय विभाग, जयपुर के नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह जनता को गुमराह करने वाला कदम भी है। उन्होंने बताया कि प्रस्तावित नक्शे में रोड नंबर 1, 2, 3, चूरू रोड, मंडावा रोड, सीकर रोड, बाकरा रोड, गुढ़ा रोड, इण्डाली रोड, भडोंदा रोड, समसपुर व बगड़ रोड, मण्ड्रेला और मलसीसर रोड जैसे शहर की पुरानी आबादी वाले क्षेत्रों को सही तरह से नहीं जोड़ा गया है। वार्ड संख्या 22, 27, 28, 29, 54, 59 को सड़कनुमा बनाया गया है। जबकि वार्ड संख्या 30 से 47 तक को पॉकेटनुमा बनाकर दिशा-निर्देश संख्या 6 का उल्लंघन किया गया है। विरोध कर्ताओं ने यह भी कहा कि वार्डों का गठन 2001 की जनगणना ब्लॉकों के आधार पर किया गया है, जबकि 2011 की जनगणना के अनुसार वार्डों का पुनर्गठन किया जाना चाहिए था। इससे स्पष्ट है कि राज्य सरकार के मौजूदा आदेशों की अनदेखी की गई है। वार्ड संख्या 36 को लेकर विशेष आपत्ति जताई गई, जहां ब्लॉक संख्या 106 को दो भागों में विभाजित कर अन्य वार्ड संख्या 35 के आंशिक भाग को इसमें जोड़ दिया गया है। इससे क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति बिगड़ गई है। साथ ही वार्ड संख्या 40 व 17 में भी ब्लॉक को पूर्ण रूप से नहीं जोड़ा गया, जिससे जनसंख्या असंतुलन और भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है। अजमत अली ने बताया कि प्रस्तावित परिसीमन में न तो पुलिस थानों की सीमाओं का ध्यान रखा गया है और न ही सड़कों व इलाकों की भौगोलिक सच्चाई को। इससे वार्डों की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है जो स्वायत्त शासन विभाग जयपुर के दिशा निर्देशों का उल्लंघन है। इस विरोध प्रदर्शन में पूर्व चेयरमैन तैयब अली, पार्षद प्रदीप कुमार सैनी, अब्दुला आगवान, अजमत भाटी, मनोज सैनी, राजकुमार डीगवाल, ताराचंद सैनी, फ्यूम कुरेशी, नवाब अली सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में मांग की कि वार्ड परिसीमन को जनहित में पुनः संशोधित किया जाए और नियमानुसार पारदर्शी प्रक्रिया अप