शहर के गांधीनगर इलाके में शुक्रवार रात उस वक्त सनसनी फैल गई जब दुर्ग की तलहटी में एक 17 साल के नाबालिग लड़के का शव संदिग्ध हालत में मिला। मृतक की पहचान सार्थक उर्फ छोटू पुत्र यशवंत कुमार राव के रूप में हुई है, जो गांधीनगर क्षेत्र का निवासी था। सार्थक ने हाल ही में 10वीं बोर्ड की परीक्षा दी थी। वह शुक्रवार सुबह घर से बिना बताए निकला था और रात उसकी लाश जंगल में मिली। परिजनों का कहना है कि सार्थक शुक्रवार सुबह 9:45 पर घर से बिना बताए निकला था। परिजन दिनभर उसकी तलाश करते रहे। जब रात को लगभग 9 बजे परिवारजन दुर्ग की तलहटी में पहुंचे, तो उन्होंने उसे आकाशवाणी केंद्र के पास जंगल में मृत अवस्था में पाया। सूचना मिलने पर कोतवाली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को जिला हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवाया गया। किसी बात से नाराज होकर घर से निकला था सार्थक बताया जा रहा है कि सार्थक किसी बात से नाराज था और गुस्से में घर से गया था। हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि वह किस वजह से नाराज था। परिजनों के अनुसार, घर से निकलने के बाद उसने अपनी मौसी की बेटी मानसी को फोन किया था। फोन पर उसकी आवाज से लग रहा था कि वह परेशान है। वहीं, बहन का भी कहना है कि उसकी बातों में बेचैनी साफ झलक रही थी। रात को तलहटी में मिला शव, पुलिस को आत्महत्या का शक जब काफी देर तक सार्थक नहीं लौटा तो परिजन उसे ढूंढते हुए दुर्ग की तलहटी तक पहुंचे। रात करीब 9 बजे आकाशवाणी केंद्र के पास जंगल में उनका बेटा मृत अवस्था में मिला। परिजनों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी, जिस पर जिला चौकी इंचार्ज एएसआई अर्जुन सिंह और कांस्टेबल रंजीत पूरी मौके पर पहुंचे। उन्होंने शव को जिला हॉस्पिटल पहुंचाया। शनिवार सुबह पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस प्रारंभिक तौर पर इस घटना को आत्महत्या मान रही है, लेकिन अभी जांच जारी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और कॉल डिटेल्स के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। परिजन ने दुर्ग से धक्का देने का संदेह जताया वहीं मृतक के पिता यशवंत कुमार राव ने आरोप लगाया कि उनके बेटे ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि उसे किसी ने दुर्ग से किसी ने धक्का दिया होगा। उन्होंने पुलिस से मामले की गंभीरता से जांच करने की मांग की है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और मोबाइल की कॉल डिटेल्स से खुलेगा राज पुलिस ने फिलहाल मर्ग दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मृतक का मोबाइल भी जब्त कर लिया गया है। कॉल डिटेल्स की जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि घर से निकलने के बाद उसने किन-किन लोगों से बात की थी। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि वह कहां-कहां गया था। पुलिस के अनुसार, प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है, लेकिन परिजनों के आरोपों को भी नजरअंदाज नहीं किया जा रहा है। मोबाइल लोकेशन और घटनास्थल की फोरेंसिक जांच से स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। पुलिस की अपील – अफवाहों से बचें, जांच पूरी होने दें कोतवाली थाना पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाह न फैलाएं और जांच पूरी होने तक धैर्य रखें। पुलिस का कहना है कि हर एंगल से जांच की जा रही है और जल्द ही सच्चाई सामने लाई जाएगी।