श्रीगंगानगर के बींझबायला इलाके में मनरेगा के तहत गांवों में लंबे समय से काम नहीं मिलने और मिलने वाले कार्यस्थलों की गांवों से अधिक दूरी से परेशान श्रमिकों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। श्रमिकों ने बींझबायला उपतहसील कार्यालय का घेराव किया। क्षेत्र के कई गांवों से आए सैकड़ों मनरेगा श्रमिकों ने उपतहसील कार्यालय के बाहर धरना दिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मनरेगा के तहत रोजगार की मांग की। धरने में जीवनदेसर, 34 एलएनपी, 39 एलएनपी, हरखेवाला, 58 एलएनपी और साजनवाला गांवों के मनरेगा श्रमिक शामिल हुए। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी भाग लेते हुए मनरेगा के तहत रोजगार की मांग की। काम की मांग को लेकर एकजुट हुए श्रमिक श्रमिकों का कहना है कि पिछले कई महीनों से उन्हें मनरेगा के तहत कोई काम नहीं मिल रहा है। जिन गांवों में कार्य स्वीकृत हो भी रहे हैं, वे इतनी अधिक दूरी पर हैं कि वहा रोजाना जाना संभव नहीं है। इससे ग्रामीणों के सामने रोजगार और जीविका का गंभीर संकट खड़ा हो गया है। श्रमिकों ने बताया कि उन्होंने कई बार ग्राम पंचायतों व संबंधित अधिकारियों को अपनी समस्याएं बताई, लेकिन अब तक कोई ठोस समाधान नहीं हुआ। इसी के विरोध में वे आज एकजुट होकर धरने पर बैठे हैं। प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी, उपतहसील पर तालाबंदी की दी चेतावनी धरने के दौरान श्रमिकों ने प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे लगाए और चेतावनी दी कि अगर जल्द से जल्द उन्हें गांवों में ही काम नहीं दिया गया तो वे उग्र आंदोलन करेंगे। श्रमिकों ने कहा कि अगली बार बींझबायला उपतहसील को तालाबंदी कर ठप कर दिया जाएगा। प्रशासन ने दिया आश्वासन, लेकिन नहीं हुआ लिखित समाधान धरना स्थल पर पहुंचे उपतहसील प्रशासन के अधिकारियों ने श्रमिकों से वार्ता कर उनकी मांगों को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। हालांकि प्रदर्शनकारी श्रमिक तब तक धरने पर डटे रहे जब तक उन्हें कोई लिखित समाधान नहीं दिया गया। पंचायती राज मंत्री का श्रीगंगानगर दौरे के अगले ही दिन धरना प्रदर्शन गौरतलब है कि ठीक एक दिन पहले ही पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर श्रीगंगानगर दौरे पर थे, जहां उन्होंने मनरेगा और ग्रामीण विकास योजनाओं को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे। इसके बावजूद अगले ही दिन श्रमिकों को धरने पर बैठना पड़ा, जिससे प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं। प्रदर्शनकारी श्रमिकों की मांग है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो श्रमिकों ने चेताया कि आने वाले दिनों में बींझबायला में और बड़ा आंदोलन देखने को मिल सकता है। अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी तेजाराम पदमपुर ने कहा –
मुख्य रूप से मनरेगा श्रमिकों ने अपनी दो मांगे रखी है जिसमे काम नहीं मिलना और अधिक दूरी की मांग है जिसको लेकर आज 6 नंबर फॉर्म भरे जा रहे हैं मनरेगा श्रमिकों को जल्द काम मिलेगा और अधिक दूरी को लेकर ग्राम पंचायतों को निर्देशित किया जाएगा इनपुट – बंटी गजरा
