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शहर के पृथ्वीराज नगर के लोगों के लिए जलदाय विभाग की बनी पीआरएन योजन फेज-प्रथम 5 साल बाद भी आधी-अधूरी धरातल पर उतरी है। इसके तहत पीआरएन साउथ के 5 लाख लोगों को पानी सप्लाई के लिए 19 पानी की टंकियाें का निर्माण करना था। इसमें 18 पानी की टंकी बन चुकी। इनमें से 12 टंकियों से पानी शुरू हो पाया है। 6 टंकियों के क्षेत्र में आने वाली 200 से अधिक कॉलोनी के लोग अभी भी पानी के लिए तरस रहे हैं। इन कॉलोनियों में जलदाय अधिकारियों ने पानी की पाइप लाइन डाल दी। लोगों ने पानी की आस में जलदाय विभाग से कनेक्शन ले लिए। अधिकारियों ने पाइप लाइन में पानी तो शुुरू किया नहीं, उससे पहले इन कॉलोनियों के लोगों को 500 से 800 रुपए तक का बिल भेज दिया। ये लोग अब ठगा-सा महसूस कर रहे हैं। उनके सामने अब संकट खड़ा हो गया है कि बिना पानी आए जारी बिल जमा कराए या नहीं। मामला मांग्यावास की कृष्णा विहार, राजीव विहार, मिथिला विहार, पदम विहार सहित अन्य काॅलाेनियाें का है। इन काॅलाेनियाें में जलदाय अधिकारियों की ओर से पानी की टेस्टिंग करने के बाद जनवरी में कनेक्शन ले लिया था। केस-1: मांग्यावास की राजीव विहार काॅलाेनी निवासी लेखराज शर्मा ने बताया की जनवरी में लाइन टेस्टिंग के बाद कनेक्शन ले लिया था। 5 माह से पानी का इंतजार कर रहे थे। जलदाय अधिकारियों ने पानी ताे सप्लाई किया नहीं, बिल जरूर भेज दिया है। इसकी जमा कराने की अंतिम तारीख 21 मई है। बिल 289 रुपए का आया है। बिल नंबर 81-क्यू-08030 है। केस- 2: मांग्यावास की कृष्णा विहार काॅलाेनी निवासी मेरी कुट्टी राजन ने बताया कि कुछ महीने पहले पानी का कनेक्शन लिया था। पानी ताे आया नहीं, अधिकारियों ने कुछ दिन पहले पानी का 578 रुपए का बिल भेज दिया। बिल नंबर..81-पी10001 है। बिल में मीटर रीडिंग भी लिखी हुई है। केस-3 : पीआरएन साउथ निवासी प्रफूल चंद्र ने बताया कि दिसंबर में पानी की लाइन डलने के बाद कनेक्शन लिया था। बाकायदा डिमांड नोटिस के पास राशि जमा कराई गई। 722 रुपए का बिल भेज दिया। मीटर रीडिंग भी 5159 तक बनाई गई है। बिल में 55 रुपए सीवरेज शुल्क भी जुड़ा हुआ है। बिल नंबर 81-क्यू-08028 है। 18 में से 12 टंकियाें से ही शुरू हाे पाई पानी की सप्लाई पानी सप्लाई पीआरएन साउथ में बीसलपुर पानी सप्लाई के लिए सरकार ने 2020 में 295 का वर्क ऑर्डर जारी किया था। इसके तहत कुल 19 टंकियाें का निर्माण किया जाना था। 18 टंकिया बनकर तैयार हाे चुकी है, लेकिन जलदाय अधिकारी पांच साल बाद भी मात्र 12 टंकियाें से पानी सप्लाई शुरू कर पाए हैं। ये टंकियां 1000 लीटर से लेकर 2250 लीटर की हैं। प्रोजेक्ट काे 2 साल में पूरा करना था, लेकिन पांच साल हाे गए हैं। अभी तक आधे पीआरएन साउथ में ही पानी सप्लाई हाे पाया है। “इस संबंध में मुझे जानकारी नहीं है। इस तरह की शिकायत भी नहीं आई है। मामले की जानकारी करने के बाद ही बता सकता हूं।”
-शुभांशु दीक्षित, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, जयपुर शहर पीआरएन साउथ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर सुधीर वर्मा का कहना है कि मेरे पास ऐसी जानकारी नहीं है। शिकायत हाे ताे मुझे भेजिए। मैं चैक कराने के बाद ही कुछ कह सकता हूं। इसके बाद भास्कर ने सभी बिल उन्हें भेजे, लेकिन देर रात तक जवाब नहीं दे पाए।

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