प्रदेश में ग्राम पंचायतों और पंचायत समितियों के पुनर्गठन का काम चल रहा है। जयपुर में इसका काफी लगभग पूरा हो गया है। जयपुर जिला प्रशासन ने पुनर्गठन का काम पूरा करके और आपत्तियों का निस्तारण करने के बाद फाइनल प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार को भिजवाया है। सरकार अगर इस प्रस्ताव को बिना किसी संशोधन के पास करती है तो आने वाले समय में जयपुर जिले में 4 नई पंचायत समितियां और 141 ग्राम पंचायतें देखने को मिलेगी। जिला प्रशासन की ओर से तैयार प्रस्ताव के तहत पुनर्गठन और नवसृजन के बाद जयपुर जिले में अब 19 पंचायत समितियों के स्थान पर 23 पंचायत समितियां बनाई है। नई बनाई गई 4 पंचायत समितियों में रामपुरा डाबड़ी, चौंमू, अमरसर और बांसखो नाम से है। इसी तरह जयपुर जिले में पुनर्गठन से पहले ग्राम पंचायतों की संख्या 466 थी, जिसमें से 9 ग्राम पंचायतों को खत्म किया गया, जबकि 141 नई ग्राम पंचायतें बनाई गई। इसके बाद अब जयपुर में ग्राम पंचायतों की संख्या बढ़कर 598 हो गई। जमवारामगढ़ बनेगी सबसे बड़ी पंचायत समिति पुनर्गठन के बाद अब स्थिति देखे तो जयपुर में जमवारामगढ़ सबसे बड़ी पंचायत समिति बन सकती है। इस पंचायत समिति में कुल 40 ग्राम पंचायत हो गई। वहीं सबसे छोटी पंचायत समिति तूंगा को बनाया है, जहां 17 ग्राम पंचायतें शामिल की गई है। तूंगा और बस्सी पंचायत समितियों को तोड़कर नई बांसखो पंचायत समिति का गठन किया है, जिसके बाद तूंगा सबसे छोटी पंचायत समिति बनी। पुनर्गठन से पहले जयपुर में गोविंदगढ़ पंचायत समिति सबसे बड़ी थी, जिसमें कुल 47 ग्राम पंचायतें थी। लेकिन पुनर्गठन के बाद गोविंद को तोड़कर उसमें से चौंमू अलग से पंचायत समिति बनाई है। इस तरह इन दोनों ग्राम पंचायतों में अब कुल 61 (चौंमू में 34 और गोविंदगढ़ में 27) ग्राम पंचायत हो गई है। वहीं पुनर्गठन से पहले झोटवाड़ा पंचायत समिति सबसे छोटी थी, जिसमें कुल 16 ग्राम पंचायतें शामिल थी।