धौलपुर के जिला एवं सेशन न्यायाधीश अरुण कुमार अग्रवाल ने जिला कारागृह और लीगल एड क्लिनिक का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने भंडार गृह में राशन सामग्री की एक्सपायरी डेट की जांच की। खाली पीपे हटाने के निर्देश दिए। न्यायाधीश ने महिला और पुरुष बंदियों से व्यक्तिगत मुलाकात की। उनके केस और पेशी की जानकारी ली। बंदियों को मिलने वाली सुविधाओं का जायजा लिया। इनमें नाश्ता, भोजन, मेडिकल सुविधा, कैंटीन, कूलर, पंखे और लाइट शामिल हैं। जेल अधीक्षक को बंदियों की वकीलों से फोन पर बात कराने के निर्देश दिए। बैरकों और शौचालयों की साफ-सफाई बढ़ाने को कहा। मच्छरों की समस्या के समाधान के लिए कहा। जेल अस्पताल में बेड, दवाइयों और जांच मशीनों की स्थिति देखी। न्यायाधीश ने बंदियों के लिए योग और फिटनेस की व्यवस्था करने को कहा। पौष्टिक भोजन की व्यवस्था के निर्देश दिए। वीसी रूम का निरीक्षण किया। यहां से बंदी अधिवक्ताओं और परिजनों से संपर्क कर सकते हैं। विचाराधीन बंदी जिनके पास वकील नहीं है, वे निशुल्क कानूनी सहायता मांग सकते हैं। यह सहायता जेल अधीक्षक या न्यायालय के माध्यम से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से मिल सकती है। सजायाफ्ता बंदी अपील दायर कर सकते हैं। निरीक्षण के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव रेखा यादव, जिला न्यायालय के कर्मचारी और जेल अधीक्षक सुमन मीणा सहित कारागृह का स्टाफ मौजूद था।