हनुमानगढ़ में व्यापारी से जौ की सप्लाई मंगवाकर करीब 15 लाख रुपए भुगतान नहीं कर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। धानमंडी की एक फर्म के व्यापारी की ओर से इस संबंध में टाउन पुलिस थाने में अहमदाबाद (गुजरात) के दो व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है। पुलिस के अनुसार अमित जैन (50) पुत्र बाबूलाल जैन निवासी 109, नई धान मंडी, वार्ड 28, टाउन ने लिखित रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि उसकी टाउन नई धान मंडी में दुकान नम्बर 11बी है। इसमें उसकी फर्म अमित ट्रेडिंग कंपनी पक्की आढ़त और फसलों की खरीद-फरोख्त का काम करती है। उसकी फर्म जौ खरीदकर अहमदाबाद (गुजरात) की फर्म धनलक्ष्मी को सप्लाई करती रहती थी। उसी फर्म के जरिए अहमदाबाद (गुजरात) निवासी बाबू भाई ने खुद को फसलों की खरीद-फरोख्त करवाने का एजेंट बताया। उससे जौ सप्लाई करने के लिए कहा। बाबू भाई ने वेरिफाई इन्टरप्राइजेज के मालिक रवि बिश्नोई से भी बात करवाई। जिसने कहा कि वे उससे लिए गए जौ की गाड़ी खाली होते ही उसकी पेमेंट खाते में जमा करवा देंगे। उसने बाबू भाई और रवि बिश्नोई के कहने से 19 जनवरी 2024 को 9 लाख 15 हजार 170 रुपए, 20 जनवरी 2024 को 9 लाख 8 हजार 730 रुपए, 23 जनवरी 2024 को 9 लाख 35 हजार 640 रुपए और 23 जनवरी 2024 को 9 लाख 21 हजार 840 रुपए सहित कुल 36 लाख 81 हजार 380 रुपए का जौ वेरिफाई इन्टरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड, पालनपुर अहमदाबाद (गुजरात) को ट्रकों में भरकर भिजवा दिया। जब उसने उक्त जौ के भुगतान के संबंध में वेरिफाई इन्टरप्राइजेज के प्रोपराइटर रवि बिश्नोई निवासी 12 शारदा कृपा सोसायटी जतन नगर चन्द्रखेड़ा, अहमदाबाद और दलाल बाबू भाई को कहा तो उन्होंने जौ की गाड़ियां कई दिन देरी से जान-बूझकर खाली करवाई। आंशिक भुगतान पेटे 22 लाख रुपए उसके खाते में जमा करवा दिए। शेष 14 लाख 81 हजार 380 रुपए दो-चार दिन में देने का आश्वासन दिया, लेकिन रवि बिश्नोई और बाबू भाई ने शेष राशि का भुगतान नहीं किया। तब वह अहमदाबाद जाकर बाबू भाई और रवि से मिला तो उन्होंने 30 मार्च 2024 का 7 लाख रुपए का चेक दे दिया। जब उसने चेक खाता में लगाया तो अपर्याप्त राशि होने के कारण चेक अनादरित हो गया और उसे भुगतान प्राप्त नहीं हुआ। जब उसने बाबू भाई और रवि से संपर्क किया तो वे 15-20 में भुगतान राशि देने का आश्वासन देते रहे। अब उसने बालकृष्ण गोल्याण और देवेन्द्र गुप्ता के सामने बाबू भाई और रवि बिश्नोई से फोन पर बात की और जौ की राशि देने के लिए कहा। इस पर दोनों ने कहा कि उन्होंने तो उससे ठगी करनी थी, अब वे कोई पैसे नहीं देंगे। साथ ही कहा कि उन्होंने यह जौ आगे बनारस टाटा डिस्ट्रिक्ट कॉपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर यूनियन लिमिटेड कैटल फीड प्लांट पालनपुर को बेच दिया है। यह भी कहा कि उन्होंने जो धनराशि उसके खाते में गाड़ी खाली होने पर जमा करवाई थी, वह भी इसलिए करवाई थी कि कुछ पैसा जमा करवा देते हैं। जिससे उससे बड़ी ठगी कर ज्यादा पैसों का काम हड़प सकें। पुलिस ने बाबू भाई और रवि बिश्नोई के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में भादस की धारा के तहत मामला दर्ज कर जांच हेड कॉन्स्टेबल उम्मेदाराम को सौंपी है।