राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने वन विभाग के द्वारा शहर के रणछोड़ नगर स्थित काला घाटा में नवनिर्मित लवकुश वाटिका जालोर का अवलोकन किया। इसको लेकर उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी दिए। मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने जालोर के काला घाटा में वन विभाग ने 1 करोड़ से ज्यादा रुपए खर्च कर लवकुश वाटिका बनाई है। यह लवकुश वाटिका करीब 60 बीघा जमीन पर बनाई गई है। यहां जिप लाइन एवं बच्चों के मनोरंजन के लिए लगाए गए झूलों एवं फिसल पट्टियों की गर्ग ने सराहना की। वन विभाग के अधिकारियों को वाटिका का प्रचार-प्रसार करने तथा जालोर शहर के नजदीक प्रकृति के बीच बनी इस वाटिका को पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। गर्ग ने वाटिका में बनाए गए प्रकृति पथ, 4 हट, प्राकृतिक एनिकट, बैठने के लिए बैंच एवं लव कुश की बनाई गई मूर्तियों का अवलोकन किया। वन विभाग के कार्मिकों द्वारा जिप लाइन का उपयोग करके दिखाया। उप वन संरक्षक जयदेव सिंह चारण ने कहा कि पिछले साल लव कुश वाटिका में 1500 पौधे लगाए गए थे तथा गुरुवार को 100 पौधों का रोपण किया गया। पौधारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने लव कुश वाटिका परिसर में पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया तथा उपस्थित लोगों को अधिकाधिक वृक्ष लगाने की बात कही। इस अवसर पर जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नंदकिशोर राजोरा, उप वन संरक्षक जयदेव सिंह चारण सहित वन विभाग के कार्मिक मौजूद रहे। यह खबर भी पढ़िए डाकुओं के कब्जे में था यह इलाका, अब खूबसूरत लवकुश-वाटिका:कालाघाट पर 60 बीघा में बनाए कई स्ट्रक्चर, मार्च तक विजिटर्स के लिए खुलेगा जालोर का कालाघाट इलाका। कहा जाता है कि इस इलाके पर कभी जालोर के दो खूंखार डाकू भाइयों काना और वेलिया का कब्जा था। लेकिन अब इस इलाके में खूबसूरत बगीचा तैयार किया जा रहा है। 15 हेक्टेयर(60 बीघा) में बन रही लवकुश वाटिका का काम जोरों पर है। मार्च तक काम पूरा होने की संभावना है। पहाड़ों के बीच यहां कई सुंदर स्ट्रक्चर बनो गए हैं। विजिटर्स को यहां हिरण, खरगोश, नीलगाय, जंगली बिल्लियां भी देखने को मिलेंगी। (पढ़ें पूरी खबर)

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