श्रीगंगानगर के राजियासर थाने में आज पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक गौरव यादव व जिला कलेक्टर मंजू चौधरी राजियासर पहुंचे और पुलिस थाने का निरीक्षण कर घटना के बारे में जानकरी ली। वहीं परिजन 50 लाख रुपए मुआवजे व न्यायिक जांच की मांग को लेकर अड़ गए। उन्होंने शव का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया। पुलिस अधिकारी उन्हें समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन वे शाम तक नहीं माने। एक महिला से दुष्कर्म के आरोप में श्रीगंगानगर के बिरधवाल निवासी मोहन सिंह (26) पुत्र गोमद सिंह को पुलिस ने शुक्रवार सुबह गिरफ्तार किया था। रात में आरोपी की तबीयत बिगड़ गई। पेट में दर्द होने पर पुलिस उसे देर रात सूरतगढ के राजकीय चिकित्सालय में लेकर गई। डॉक्टरों ने डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसे छुट्टी दे दी। पुलिस ने देर रात आरोपी को थाने लाकर हवालात में बंद कर दिया। अल सुबह फिर तबीयत बिगड़ी अल सुबह आरोपी युवक की फिर तबीयत बिगड़ गई। पुलिस उसे राजियासर के राजकीय चिकित्सालय लेकर गई जहां हॉस्पिटल पहुंचने पर आरोपी को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय विधायक डूंगर राम गेदर सहित मृतक के परिजन राजियासर के राजकीय चिकित्सालय पहुंच गए। फिलहाल युवक के परिजन राजियासर के राजकीय चिकित्सालय में मौजूद है। मृतक का शव राजियासर के राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया है। पुलिस हिरासत में युवक की मौत का मामला सुबह से गतिरोध बरकरार राजियासर में पुलिस हिरासत में हुई युवक की मौत के मामले में गतिरोध बरकरार है। मृतक युवक के परिजन 50 लाख रुपए मुआवजे व न्यायिक जांच की मांग को लेकर अड़े हुए हैं। वहीं सुबह से ही भारी संख्या में राजियासर के राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी के आगे पुलिस बल तैनात है। प्रशासनिक अधिकारी लगातार समझाइश कर रहे हैं। परिजनों ने ये रखी मांगे 1. मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता राशि दी जाए
2. मृतक आरोपी को गिरफ्तार करने गईं टीम के सदस्यों पर विभागीय कार्यवाही की मांग
3. शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाए
4. आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाने वाले परिवार के एक रिस्तेदार की द्वारा मृतक के भाई को दी गई धमकी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही करने की मांग
5. पूरे घटनाक्रम की न्यायिक मजिस्ट्रेट के द्वारा जांच की जाए