एसआई भर्ती परीक्षा-2021 की भर्ती परीक्षा मामले एसओजी की कार्रवाई लगातार जारी है। इससे रोज नई-नई परतें खुलती जा रही है। गिरफ्तार सीबीईओ बुद्धिसागर से पूछताछ में सामने आया कि उसने बेटे आदित्य के अलावा बांसवाड़ा निवासी प्रवीण खराड़ी को 10 लाख रुपए में पेपर दिया था। उसका एसआई में चयन हाे गया। वह डूंगरपुर पुलिस लाइन में तैनात था, लेकिन एसओजी की कार्रवाई से पहले ही वह फरार हाे गया। बुद्धिसागर उपाध्याय ने स्वीकार किया कि कुंदन पंड्या का संपर्क भी पूर्व आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा के टीएडी में रहते हुए हुआ था। तीनों ही टीएडी में लंबे समय तक रहे हैं। टीएसपी का भी पेपर लीक कराया
बांसवाड़ा के गढ़ी के रहने वाले बुद्धिसागर उपाध्याय ने अपने बेटे आदित्य उपाध्याय को पेपर पढ़वाया था। आदित्य ने टीएसपी मेंं पहली रैंक हासिल की। टीएसपी का भी फर्जी सर्टिफिकेट लगाने की शिकायत के बाद आदित्य ने टीएसपी का क्लेम छोड़ दिया। कई दिनों तक नौकरी के बाद कार्रवाई की भनक लगने के चलते इस्तीफा भी दे दिया। 10 लाख में पेपर खरीदा, फिर अपने काम में लेकर 10 लाख में ही बेच दिया, कुंदन-बुद्धिसागर को नो प्रॉफिट-नो लॉस डूंगरपुर निवासी कुंदन पंड्या ने पहले बेटी व भाई लोकेंद्र पंड्या की बेटी व बेटे को पेपर पढ़वाया, ये तीनों भी परीक्षा में पास हो गए, लेकिन कार्रवाई की भनक लगने के बाद फिजिकल में नहीं गए। कुंदन पंड्या ने ही बुद्धिसागर काे पेपर दिया। उसकी कांग्रेस राज में अच्छी पकड़ रही है। उसका भाई लोकेंद्र सिंह पूर्व मंत्री भीखा भाई व सागवाड़ा से पू्र्व विधायक सुरेंद्र बामनिया के पीए रहे हैं। बुद्धिसागर ने टीएडी में रहते हुए किया जिम घोटाला
डेपुटेशन पर लगे बुद्धिसागर ने टीएडी में ओपन जिम घोटाला भी किया है। जिसमें 29 उपकरण दोगुनी कीमतों पर खरीदे थे। खास बात यह रही कि इसका अनुमोदन आयुक्त को करना था। उस समय टीएडी में शिक्षा प्रकोष्ठ के उपनिदेशक का जिम्मा संभाल रहे बुद्धिसागर ने ही अपने स्तर पर अनुमोदन कर दिया। जिससे एक ही परिवार को 12 टेंडर मिल गए। भ्रष्टाचार के मामले चार्जशीट और निलंबित करने की भी कार्रवाई की गई।
