वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान-2025 का जिला स्तरीय समापन समारोह का हनुमानगढ़-गंगानगर रोड स्थित जण्डावाली के नजदीक जे.आर.के. नहर पर हर्षोल्लास और जागरूकता के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं अतिथि स्वागत गीत के साथ की गई, जिसमें अनेक जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं नागरिकों की भागीदारी रही। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण राजीविका स्वयं सहायता समूह की 50 महिलाओं द्वारा निकाली गई कलश यात्रा रही, जिसने जल संरक्षण के प्रति जनजागरूकता का संदेश दिया। इस दौरान उपस्थित जनसमुदाय एवं अतिथियों द्वारा नहर पूजन भी किया गया। जलग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग हनुमानगढ़ के अधिशाषी अभियंता महेन्द्र कुमार ने पखवाड़े के दौरान जिले में की गई गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पिछले 15 दिनों में जिलेभर में कुल 15,414 गतिविधियां आयोजित की गईं, जिनमें लगभग 7.11 लाख लोगों की सीधी भागीदारी रही। हरियालो राजस्थान अभियान, जलसंरचना की मरम्मत, लोकापर्ण, जनजागरूकता रैलियां, कार्यशालाएं, श्रमदान, जल पूजन, पौधारोपण जैसी गतिविधियां बड़ी संख्या में आयोजित की गईं। अतिरिक्त जिला कलेक्टर उम्मेदी लाल मीना ने उपस्थित समुदाय को नशा मुक्ति और जल संरक्षण की शपथ दिलाई। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओ.पी. विश्नोई ने इस अवसर पर बताया कि अभियान में हनुमानगढ़ जिला पूरे राजस्थान में पांचवें स्थान पर रहा, जो जिलेवासियों के सहयोग और जागरूकता का प्रमाण है। उन्होंने यह भी अपील की कि ये गतिविधियां केवल पखवाड़े तक सीमित न रहें, बल्कि इसे जन आंदोलन का रूप दें। समारोह के अंत में हरियालो राजस्थान अभियान के तहत सांकेतिक पौधारोपण किया गया, जिसमें सभी उपस्थित अधिकारी, जनप्रतिनिधि और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। कार्यक्रम में अमित सहू, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रमोद डेलू,धर्मपाल सिहाग, जनप्रतिनिधि देवेंद्र भाई पारीक,विकास गुप्ता, गुलाब सिंवर सहित अनेक गणमान्यजनों ने जल और पर्यावरण संरक्षण को लेकर प्रेरक विचार व्यक्त किए और आमजन से जल संरचनाओं को बचाने एवं नए ढांचों के निर्माण में सक्रिय भागीदारी का आह्वान किया। उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मान कार्यक्रम में जल संरक्षण व पर्यावरणीय गतिविधियों में विशेष योगदान देने वाले कार्यकर्ताओं और अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वालों में मनफूल राम (जाखड़ावाली), संजय मांजू (गौशाला समिति पीलीबंगा), चंद्रभान (पोहड़का), धर्मपाल सिहाग (पल्लू), हंसराज धारणिया (सरपंच, चंदूरवाली), रामनिवास (डबली कलां), सुरेंद्र तिवाड़ी (नगराना), रायसिंह (भाड़ी), मोहर सिंह जांगिड़ (सरपंच, मलसीसर), रतन सिंह (जंडावाली), सुनील भादू (मेहरवाला), राधाकृष्ण कड़वासरा (विकास अधिकारी, संगरिया), सायर कंवर (राजीविका, रावतसर) सहित कई नाम रहे।