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बेसहारा एक लकवाग्रस्त कुत्ते के लिए पशु हॉस्पिटल के एक डॉक्टर ने देशी जुगाड़ बनाया है जिससे कुत्ता अब आसानी से चलने लगा। पशु हॉस्पिटल के डॉक्टर की इस मानवता की जैसलमेर में हर कोई तारीफ कर रहा है। दरअसल, बेसहारा एक कुत्ते को कोई पशु हॉस्पिटल छोड़ गया। कुत्ते के पिछले दोनों पैरों में लकवा होने वो चल नहीं सकता था। पशु हॉस्पिटल के डॉक्टर अंकित पांडे को उसपर दया आई और देशी जुगाड़ से उन्होंने उसके लिए एक व्हील चेयर बनाई जो उसे चलने में मदद करने लगी। अगर ऐसा नहीं होता तो कुत्ता तड़प कर भूख से ही मर जाता। मगर अब वो आसानी से चल भोजन भी ढूंढ सकता है। लकवाग्रस्त कुत्ते को दिया जीवन दान पशु हॉस्पिटल के डॉक्टर अंकित पांडे ने बताया- यह एक छोटा-सा प्रयास हो सकता है, लेकिन किसी जीवन को बचाने में उसकी भूमिका बहुत बड़ी होगी। जैसलमेर में शुरू हुई यह संवेदनशील पहल यदि अन्य जिलों और शहरों में भी अपनाई जाए, तो न केवल हजारों जानवरों को नई जिंदगी मिल सकती है, बल्कि समाज में मानवीयता का स्तर भी और ऊंचा उठ सकता है। 10 दिन पहले पशु हॉस्पिटल में मिला कुत्ता डॉक्टर अंकित पांडे ने बताया- 10 दिन पहले इसे रात में पशु हॉस्पिटल कोई छोड़ गया। कई इन जब इसको ध्यान इसके पीछे के पैरों में लकवा होना पाया गया। कुत्ता चल फिर नहीं सकता था और घिसट घिसटकर चलता था। ये देखकर हमको इस पर दया आई। इसको नया जीवन दान देने का हमने मानस बनाया। एनिमल के लिए एक व्हील चेयर आती है मगर वो बहुत मंहगी होती है। ऐसे में हमने देशी जुगाड़ से व्हील चेयर बनाने का निर्णय लिया। PVC पाइप और बच्चों की गाडी के टायर से बनाई व्हील चेयर पशु हॉस्पिटल जैसलमेर के डॉक्टर अंकित पांडे और उनकी टीम ने पाइप और बच्चों की गाडी के टायर लिए। फिर इन सबको जोड़कर कपडे आदि की मदद से व्हील चेयर का निर्माण किया। इस व्हील चेयर में कुत्ते के पिछले पैरों को आराम से रखा जाता है। आगे के पैरों से जैसे ही कुत्ता चलने का प्रयास करे तो पीछे के पैरों में लगी व्हील चेयर टायर की मदद से चलने लगी। ऐसा होने पर कुत्ता चलने लगा। उसको चलता देख हर कोई खुश हुआ। पशु हॉस्पिटल की टीम को भी आत्म संतुष्टि मिली।

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