उदयपुर के रेजिडेंट डॉक्टर की मौत के मामले को लेकर कोटा मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (RDA) आज से सम्पूर्ण कार्य बहिष्कार पर उतर गए है। रेजिडेंट डॉक्टर सुबह काम छोड़कर मेडिकल कॉलेज परिसर में लाइब्रेरी के पास इकठ्ठा हुए। उदयपुर में डॉक्टर की मौत के मामले में न्याय की मांग की। रेजिडेंट डॉक्टर्स ने आज लाइब्रेरी में बैठ कर पढ़ाई करने का निर्णय लिया है। कोटा मेडिकल कॉलेज से जुड़े एमबीएस, जेकेलोन, एसएसबी,न्यू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल, रामपुरा हॉस्पिटल के 600 के करीब रेजिडेंट डॉक्टर्स सम्पूर्ण (इमरजेंसी सेवाओं सहित) कार्य बहिष्कार पर चले जाने से हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं पर असर पड़ा। ओपीडी व आईपीडी में सीनियर डॉक्टर्स को कमान संभालनी पड़ी। कोटा रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. हेमंत शर्मा ने बताया- आरएनटी उदयपुर में डॉ. रवि शर्मा की मौत दुर्भाग्यपूर्ण व विचलित कर देने वाली घटना रही है। उनकी पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में फेरबदल और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में आई विसंगतियां न केवल दिवंगत डॉक्टर को न्याय दिलाने में बाधा बनी है बल्कि समाज में चिकित्सा पेशे को संदेह की दृष्टि से देखा जाने लगा है। यह घटना न केवल डॉ. रवि की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों पर सवाल खड़े करती है, बल्कि पूरे चिकित्सा समुदाय की साख पर भी गहरा आघात पहुंचाती है। उदयपुर की घटना को लेकर कोटा मेडिकल कॉलेज के रेजिडेंट पिछले तीन दिनों से सांकेतिक रूप से रोज 2 घंटे पेन डाउन हड़ताल कर रहे थे। इसके बावजूद भी प्रशासन का रवैया नकारात्मक और उदासीन बना रहा। इसलिए सभी ने कंधे से कंधा मिलाकर इस अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का फैसला किया है। जब तक डॉ. रवि को न्याय नहीं मिलेगा व दोषियों कार्रवाई नहीं होगी। तब तक आंदोलन जारी रहेगा।